अयोध्या के संतों ने की इस मुद्दे पर सीबीआई जांच की मांग, दुर्भाग्यपूर्ण व शर्मनाक

सत्येन्द्र दास का कहना है कि महाराष्ट्र सरकार संतों की हत्या की जांच संतोषजनक नहीं कर रही है। ये दुर्भाग्यपूर्ण व शर्मनाक है। ऐसे में संत किसी एक वर्ग के नहीं पूरे देश के होते हैं।

उन्होंने कहा कि जैसे सुशांत की मौत की जांच सीबीआई कर रही है उसी तरह साधुओं की हत्या की जांच सीबीआई से होनी चाहिए। तो वहीं, दूसरी तरफ तपस्वी छावनी के महंत स्वामी परमहंस दास ने कहा कि देश के संत और देशवासी चाहते हैं कि पालघर में साधुओं की हत्या की जांच सीबीआई करे।

संतों की हत्या ने मानवता को झकझोर कर रख दिया है। बता दें कि पालघर के गढ़चिंचले गांव के पास 16 अप्रैल की रात दो साधुओं और उनके ड्राइवर की बच्चा चोरी करने के शक में लाठियों से पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी जबकि साधु अपने एक परिचित के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए कार द्वारा मुंबई से गुजरात जा रहे थे।

अयोध्या के संतों ने पालघर में हुई साधुओं की हत्या की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। रामनगरी के संत महाराष्ट्र पुलिस की जांच से असंतुष्ट हैं।

वहीँ इसे लेकर पालघर में साधुओं की हत्या मामले की जांच भी सीबीआई से कराए जाने की मांग होने लगी है। पालघर मामले में अयोध्या के संतों ने सीबीआई को जांच सौंपी जाने की मांग उठाई है। श्री राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने महाराष्ट्र के पालघर में हुई साधुओं की हत्या पर सीबीआई जांच की मांग की है।

सुशांत सिंह राजपूत केस में सुप्रीम कोर्ट से सीबीआई से जांच कराने के फैसले के बाद अब कई और मामलों में महाराष्ट्र पुलिस की जांच पर सवाल उठने लगे हैं।