रूस-यूक्रेन जंग : भारतीय छात्रों ने सुनाई आपबीती , कहा मोबाइल और पर्स भी छीने…

फरीदाबाद के सेक्टर-2 के रहने वाले विनायक रोमानिया में ठहरे हुए हैं और जल्द से जल्द वापस घर लौटने के इंतजार में हैं। एक मार्च की सुबह 10 बजे विनायक भारतीय दूतावास के शेल्टर पहुंचे हैं।

इससे पहले ल्वीव में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे विनायक को सबसे ज्यादा परेशानी पोलैंड बॉर्डर पर हुई। उनका आरोप है कि वहां सैनिक धमका रहे थे। कई छात्रों से लैपटॉप भी छीन लिए गए।

विनायक ने बताया कि पोलैंड बॉर्डर पर दो दिन रहना पड़ा। इस बीच खाना खत्म होने से भूखे ही रहना पड़ा। जिस समय बॉर्डर पर छात्रों के साथ मारपीट हुई वे भी बॉर्डर पार करने के लिए लाइन में लगे हुए थे। उन्होंने बताया कि कई छात्रों के दस्तावेज खो गए, कई छात्रों के लैपटॉप, मोबाइल और पर्स छीन लिए गए। यूक्रेन के सैनिक ये कहकर छात्रों को धमका रहे थे कि भारत रूस का समर्थन कर रहा है। ऐसी बर्बरता देखकर वह वहां से हॉस्टल वापस लौट गए।