अलसी के बीज का उपयोग करने से दूर होती है ये परेशानी

भारतीय आयुर्वेद में अलसी के बीज का फायदा सदियों से उठाया जा रहा है. अब पश्चिमी देशों में भी इसके महत्व को समझा जाने लगा है. हेल्थलाइन की ख़बर के मुताबिक अलसी के बीज औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं.

अलसी के बीज में प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसमें प्रोटीन, फाइबर और ओमेगा-3 फैटी एसिड की प्रचुरता होती है. इसके अलावा अलसी में प्रोटीन, फैट, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, फोलेट और जीएक्सेंडथिन होता है जो हमारी सेहत के लिए बेहद जरूरी है.

अलसी के बीज न सिर्फ मोटापा कंट्रोल करते हैं, बल्कि यह कई बीमारियों का उपचार भी करते हैं. ओमेगा 3 फैटी एसिड होने के कारण इसका नियामित सेवन दिल के मरीजों के लिए बेहद उपयोगी है.

अलसी के बीज ओमेगा 3 फैटी एसिड का बहुत बड़ा स्रोत हैं. इसमें अल्फा लिनोलेनिक एसिड (alpha-linolenic acid ALA) भी पाया जाता है. एक साथ दो तरह के फैटी एसिड का किसी एक फूड से प्राप्त करना मुश्किल होता है. अलसी के बीज में ये दोनों होते हैं. यह कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं और धमनियों में सूजन नहीं होने देते. इससे कैंसर का ट्यूमर नहीं पनप पाता है. कोस्टारिका में 3638 लोगों पर किए गए परीक्षण से पता चला कि एएलए के नियमित सेवन से हार्ट अटैक का खतरा बहुत कम हो जाता है.

अलसी के बीज में लिग्नेन कम्पाउंड पाया जाता है. लिग्नन पौंधे से प्राप्त किया जा सकता है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एस्ट्रोजन पाया जाता है. यह कैंसर के जोखिम को बहुत हद तक कम कर देता है और इससे हेल्थ सही रहती है. प्लांट फूड के मुकाबले में अलसी के बीज में 800 गुना ज्यादा लिग्नेन पाया जाता है. कनाडा में हुए एक अध्ययन में पाया गया कि अलसी के बीज के सेवन करने से ब्रेस्ट कैंसर की आशंका 18 प्रतिशत तक कम हो गई.