हार्दिक पटेल ने कांग्रेस पर बोला हमला , कहा गुजरात निकाय चुनाव में हुआ ये बड़ा उलटफेर

इस कारण कई जगहों पर आम आदमी पार्टी को वोट मिल गया।” उन्होंने कहा, ”सूरत में हमारे आंदोलन के साथियों ने सिर्फ दो टिकट मांगे थे। पार्टी ने वो भी नहीं दिया। इन दो सीटों के चक्कर में हमारी 36 सीटें चली गईं।”

 

उल्लेखनीय है पिछले निकाय चुनाव में सूरत के पाटीदार बहुल इलाकों में कांग्रेस ने 30 से अधिक सीटें जीतीं थीं। किसी नेता का नाम लिए बगैर पटेल ने दावा किया, ”मैं सिर्फ कार्यकारी अध्यक्ष हूं और टिकट बंटवारे में मेरी कोई भूमिका नहीं थी। मुझे बुलाया तक नहीं गया… मुझे यही बताया गया कि कार्यकारी अध्यक्ष की कोई भूमिका नहीं होती है।

पार्टी सूरत नगर निगम में अपना खाता भी नहीं खोल सकी। भाजपा ने नगरपालिका, जिला एवं तालुका पंचायतों की 8,470 सीटों में से 6,236 सीटें जीतकर कांग्रेस को काफी पीछे छोड़ दिया।

कांग्रेस केवल 1,805 सीटें ही जीत पायी।पार्टी की हार के कारणों के बारे में पूछे जाने पर हार्दिक पटेल ने कहा, ”हम लोग जनता का विश्वास हासिल करने में विफल रहे हैं।

विपक्ष के तौर पर हमें जो संघर्ष करना चाहिए था उसमें हम नाकाम रहे। जनता को लगता है कि विपक्ष में रहकर कांग्रेस को जो काम करना चाहिए था वो उसने नहीं किया।

पटेल ने के साथ एक साक्षात्कार में गुजरात को लेकर पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की समझ को लेकर भी सवाल किया और कहा कि राज्य में उनकी पार्टी विपक्ष के तौर पर संघर्ष करने में विफल रही है तथा कांग्रेस को फिर से मजबूत बनाने के लिए आलाकमान को गुजरात को समझना पड़ेगा।

उन्होंने यह भी कहा कि विधायकों को संगठन के काम से अलग रखना होगा। कभी पाटीदार आरक्षण आंदोलन का प्रमुख चेहरा रहे पटेल ने ये टिप्पणियां उस वक्त की हैं जब कुछ दिनों पहले ही गुजरात में नगर निगम, नगरपालिका, जिला एवं तालुका पंचायत के चुनावों में कांग्रेस को भाजपा के मुकाबले करारी हार का सामना करना पड़ा।

गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने राज्य के स्थानीय निकाय चुनावों में पार्टी की करारी हार के बाद तीखा कटाक्ष किया है। उन्होंने रविवार को राज्य इकाई की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए दावा किया कि इन चुनावों में उन्हें कोई काम नहीं दिया गया और एक भी सीट पर टिकट को लेकर उनकी राय नहीं ली गई। उन्होंने हालांकि, भविष्य में कांग्रेस छोड़ने की अटकलों को भी खारिज किया और कहा कि वह कांग्रेस में बने रहेंगे और पार्टी उन्हें जो भी जिम्मेदारी देगी, उसे निभाएंगे।