चीन के राष्ट्रपति ने अमेरिका को बताया…, कहा इसका परिणाम…

जिनपिंग ने बोला कि,’चीन प्रारम्भ से कोरोना वायरस को लेकर पारदर्शी रहा है। हम अगले दो सालों में महामारी से जंग में वैश्विक सहायता के लिए 2 बिलियन डॉलर देंगे’।

 

शी जिनपिंग ने यह भी सपष्ट किया कि महामारी के काबू में आने के बाद चाइना जाँच का समर्थन करेगा। वहीं, मीटिंग में संयुक्त देश (UN) चीफ एंटोनियो गुटेरेस ने बोला कि कई राष्ट्रों ने अलग -अलग व कभी-कभी विरोधाभासी रणनीतियों को अपनाया व आज हम सभी इसका परिणाम भुगत रहे हैं।

उन्होंने यह भी बोला कि कई राष्ट्रों ने दुनिया स्वास्थ्य संगठन (WHO) की सिफारिशों की अनदेखी की, जिसके परिणामस्वरूप कोरोना महामारी बनकर दुनियाभर में फैल गया।

दरअसल, एंटोनियो गुटेरेस ने एक तरह से अमेरिका व उसके सहयोगियों को नसीहत देते हुए बोला कि हमें कोरोना वायरस को एक चेतावनी के रूप में लेना चाहिए, यह वक़्त वेवजह के टकराव का नहीं है।

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस पर चौतरफा हमला झेल रहा चाइना अब सफाई पेश करने में लग गया है। उसका बोलना है कि उसने कोरोना वायरस को लेकर कुछ नहीं छिपाया।

कोरोना पर दुनिया स्वास्थ्य सभा (WHA) की वर्चुअल बैठक में चाइना के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अमेरिका के आरोपों को गलत बताया है।