इस देश पर कब्जा करने के लिए चीन ने भेजे लड़ाकू विमान , किसी भी वक्त छोड़ सकता…

ताइवान से बढ़ते तनाव को देखते हुए पीएलए ईस्टर्न थिएटर कमांड के नेतृत्व में बड़ी संख्या में चीनी सैनिक, बमवर्षक विमान, आधुनिक युद्धपोत ताइवान के पास खाड़ी में युद्ध अभ्यास कर रहे हैं.

इस युद्ध अभ्यास में लाइव फायर एक्सरसाइज की जा रही है. वहीं दूसरी ओर चीनी मीडिया ने दावा किया है कि, पीएलए बहुत कम समय में ताइवान पर सैन्य कार्रवाई करने की क्षमता रखता है.

आपको बता दें, चीन हर कीमत पर ताइवान को अपने देश में मिलाना चाहता है. इसके लिए वह किसी भी हद तक जाने को तैयार है. दूसरी ओर अमेरिका ने खुल कर ताइवान का साथ देने का ऐलान कर दिया है. इससे साउथ चाइना सी में विवाद बढ़ने की संभावना है.

ग्लोबल टाइम्स ने लिखा कि पीएलए का युद्धाभ्यास एक त्वरित प्रक्रिया है. ताइवान को इससे डर होना चाहिए. यह युद्धाभ्यास ताइवान पर कब्जे का ड्रिल है. अखबार ने दावा किया कि अमेरिका ने आधिकारिक तौर पर उप विदेश मंत्री क्रैच की ताइवान यात्रा की घोषणा नहीं की थी.

लेकिन, जब वह ताइवान पहुंचे, तो उनका स्वागत पीएलए ने युद्धाभ्यास के जरिए किया. इसलिए यह अभ्यास अंतिम-मिनट का निर्णय था. इतने कम समय में एक बड़े पैमाने पर कार्रवाई का आयोजन किया जा सकता है.

चीन की इस उकसावे वाली कार्रवाई के समय अमेरिकी उपविदेश मंत्री किथ क्राच ताइवान में लोकतांत्रिक व्यवस्था को तबदील करने वाले पूर्व राष्ट्रपति ली तेंग हुई को श्रद्धांजलि दे रहे थे.

इससे पहले शुक्रवार को चीन ने 18 फाइटर जेट्स के साथ ताइवान सीमा में घुसपैठ की थी. ताइवान की अमेरिका से नजदीकी के बाद से लगातार चीन और ताइवान के संबंध बिगड़ रहे हैं. दूसरी ओर चीनी मीडिया भी लगातार ताइवान के खिलाफ आक्रामक रुख इख्तियार किए हुए है.

चीन (China) लगातार अपने पड़ोसी देशों की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है. लद्दाख में भारत-चीन का तनाव (India-China tension) चरम पर है. वहीं दूसरी ओर चीन को अमेरिका (America) से ताइवान (Taiwan) की बढ़ती नजदीकियां बर्दाश्त नहीं हो रही हैं.

ऐसे में चीन के सरकारी अखबार की मानें तो चीन ताइवान पर सैन्य कार्रवाई का मन बना चुका है. शनिवार को लगातार तीसरे दिन चीन ने ताइवानी एयरस्पेस में अपने 19 लड़ाकू विमानों को भेजा.

चीन के इस घुसपैठिया बेड़े में 12 जे-16 फाइटर जेट, 2 जे-10 फाइटर जेट, 2 जे-11 फाइटर जेट, 2 एच-6 परमाणु बॉम्बर और एक वाय-8 एंटी सबमरीन एयरक्राफ्ट शामिल था.