सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराई गई पीड़िता ने दिया दर्दभरा बयान

उन्नाव रेप पीड़िता (Unnao Rape Victim) दो दिन तक लड़ने के बाद आखिरकार जिंदगी की जंग हार गई. शुक्रवार रात 11 बजकर 40 मिनट पर दिल्ली (Delhi) के सफदरजंग अस्पताल (Safdarjung Hospital) में उसकी मौत हो गई. 95 प्रतिशत झुलस चुकी यूपी की यह ‘निर्भया’ (Nirbhaya) गुरुवार देर शाम लखनऊ (Lucknow) से एयर लिफ्ट कर दिल्ली लाए जाने के बाद रात नौ बजे तक होश में थी. सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराई गई पीड़िता जब तक होश में रही, पूछता रही- मैं बच तो जाउंगी, मैं जिंदा रहना चाहती हैं. उसने ये भी कहा कि मेरे दोषियों को छोड़ना नहीं.

इसके बाद से उसकी हालत बिगड़ने लगी और वो बेहोश हो गई. उसका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने उसे होश में रखने की पूरी कोशिश की, उसे फौरन वेंटिलेटर पर रखा गया लेकिन वो बच न सकी.

क्या है यह पूरा मामला
बता दें कि पीड़ित युवती के साथ दिसंबर 2018 में रेप हुआ था. इस मामले में मार्च 2019 में मामला दर्ज किया गया था. गुरुवार तड़के वो उन्नाव से रायबरेली जाने के लिए घर से निकली थी. लेकिन रास्ते में मुख्य आरोपी शुभम त्रिवेदी समेत पांच आरोपी हथियारों के बल पर घसीट कर उसे पास के खेत में ले गए और उसके साथ मारपीट की और चाकू से हमला किया. इसके बाद पांचों ने मिट्टी का तेल छिड़क कर पीड़िता को जला दिया. पीड़िता रायबरेली में अपने वकील से मिलने के लिए ट्रेन पकड़ने जा रही थी जब ये घटना हुई.