किसान नेता राकेश टिकैत को लगा ये बड़ा झटका, पुलिस कर सकती है गिरफ्तार , कुछ ही देर में…

किसान नेताओं व कर्नाटक राज्य रायथा संघ के नेता बसवराजप्पा ने पुलिस द्वारा दर्ज किए गए मामलों का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि टिकैत ने कोई भी भड़काऊ भाषण नहीं दिया था।

बसवराजप्पा ने आगे कहा कि, ‘टिकैत ने लोगों से बेंगलुरु की रैली में शामिल होने का आग्रह किया था। यह दुखद है कि सरकार ने शिवमोग्गा और हावेरी पुलिस पर मामला दर्ज करने के लिए दबाव बनाया।

अगर सरकार हमारे आंदोलन को दबाने का प्रयास करती है, तो हम और मजबूत होंगे। हमने 26 मार्च को पूरे राज्य में विरोध का ऐलान किया है। इस दौरान हम कृषि कानूनों की प्रतियों के साथ टिकैत पर होने वाली शिकायत की कॉपी भी जलाएंगे।’

मालूम हो कि केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन कृषि कानूनों को लेकर पिछले कई महीनों से पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान आंदोलन कर रहे हैं। वहीं, किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि जब तक तीनों कृषि कानून वापस नहीं हो जाते, किसानों का आंदोलन जारी रहेगा।

पुलिस ने कहा कि 20 मार्च को राकेश टिकैत ने जो भाषण दिया उससे इलाके में दंगा भड़क सकता था। वहीं, दूसरी तरफ हावेरी में 21 मार्च को हुई किसानों की एक महापंचायत में अपने एक भाषण के कारण टिकैत के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।

कर्नाटक के शिवमोग्गा और हावेरी पुलिस ने कथित भड़काऊ भाषण देने के लिए भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

पुलिस के अनुसार शिवमोग्गा में आयोजित किसान रैली में उन्होंने किसानों से कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन तेज करने को कहा था। इसी मामले में शिवमोग्गा पुलिस ने टिकैत के खिलाफ दंगा करने के इरादे से लोगों को जानबूझकर उकसाने से संबंधित आईपीसी की धारा 153 के तहत मामला दर्ज किया है।