पितृ पक्ष आज से शुरू,जाने क्या करे और क्या न करे

आज सोमवार से पितृ पक्ष शुरू हो रहा है. कल मंगलवार से पितृ पक्ष का तर्पण शुरू हो जायेगा. छह अक्तूबर को स्नान दान व श्राद्ध-तर्पण की अमावस्या व पितृ विसर्जन होगा. पंडित कौशल कुमार मिश्र बताते हैं कि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मनुष्य पर तीन ऋण हैं. पितृ पक्ष में पितरों के निमित्त तर्पण करने से पितरों की कृपा से सुख-समृद्धि की वृद्धि होती है.

पितृ पक्ष आज सोमवार से शुरू हो रहा है. मंगलवार तड़के 4.47 बजे तक पूर्णिमा तिथि है. इस दिन स्नान दान की पूर्णिमा है. सोमवार को नंदी मातामह श्राद्ध होगा. इस दिन त्रिपुरुषों का सपिंडन श्राद्ध करने का भी महत्व है. वहीं पूर्वाह्न काल में लोकपाल की पूजा की जायेगी. मंगलवार से पितृ पक्ष का तर्पण शुरू हो जायेगा.

छह अक्तूबर को स्नान दान व श्राद्ध-तर्पण की अमावस्या व पितृ विसर्जन होगा. इस दिन शाम 5.09 बजे तक अमावस्या है. पंडित कौशल कुमार मिश्र ने कहा कि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मनुष्य पर तीन ऋण हैं. देवऋण, ऋषिऋण और पितृऋण. तर्पण श्राद्ध का ही अंग है. रामायण में भी तर्पण का वर्णन आया है.

शास्त्रों में तर्पण करने पर विशेष बल दिया गया है. जो व्यक्ति अपने पितरों के निमित्त तिल मिश्रित जल की तीन-तीन अंजलियां देता है, उसके पाप का नाश हो जाता है. पितृ पक्ष में पितरों के निमित्त तर्पण करने से पितरों की कृपा से सुख-समृद्धि की वृद्धि होती है.