इस राज्य में कोरोना वायरस के साथ फैली ये बीमारी , सरकार ने सबको दिया मारने का आदेश

मलप्पुरम जिले के पलथींगल में फैलने के बाद आसपास एक किलोमीटर तक के क्षेत्र में विशेष रूप से प्रशिक्षित दल को मारने व संक्रमण मुक्त करने का कार्य प्रारम्भ कर दिया है.

 

खबरों के मुताबिक, मलप्पुरम रानी ओम्मेन के पशुपालन ऑफिसर (एएचओ) का बोलना है कि दल के सदस्यों को परपंगड़ी निकाय ऑफिस में प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

ऑफिसर ने बताया कि जिला कलेक्टर के आदेश से प्रभावित क्षेत्र के आसपास 10 किलोमीटर तक अंडे, चिकन व पालतू जानवर बेचने पर प्रतिबंध है.

बता दें कि हिंदुस्तान में कोरोना वायरस की पुष्टि सबसे पहले केरल में हुई थी, ये तीनों चाइना से लौटे थे. ये तीनों ही उपचार के बाद अच्छा हो चुके हैं.

हालांकि, इस बीच कुछ व लोग भी केरल में कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए. केरल में अब तक कुल 17 लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं.

वैसे बता दें कि यहां कोरोना वायरस से संक्रमित किसी शख्‍स की मृत्यु नहीं हुई है. हिंदुस्तान में अभी तक कोरोना वायरस के 83 मामलों की पुष्टि हो चुकी है व दो लोगों की मृत्यु हुई है.

गौरतलब है कि बर्ड फ्लू एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस H5N1 की वजह से होती है. यह वायरस पक्षियों व इंसानों को अपनी गिरफ्त में लेता है. बर्ड फ्लू संक्रमण चिकन, टर्की, गीस, मोर व बत्तख जैसे पक्षियों में तेजी से फैलता है.

इसलिए बर्ड फ्लू के दौरान इन पक्षियों को न खाने की सलाह डॉक्‍टर्स द्वारा दी जाती है. बता दें कि यह इन्फ्लूएंजा वायरस इतना खतरनाक होता है कि इससे इंसान और पक्षियों की बेहद कम समय में मृत्यु हो जाती है.

केरल सरकार ने परप्पनंगडी में बर्ड फ्लू का पता चलने के बाद मुर्गियों को मारने का आदेश दिया है. रोग निरीक्षण ऑफिसर ने बताया कि फ्लू के केन्द्र के एक किमी के दायरे में सभी मुर्गा-मुर्गियों को मारने के लिए 10 विशेष दस्तों को तैनात किया गया है.

कोराना के बीच केरल में बर्ड फ्लू की आहट ने प्रशासन की मुश्‍किलें बढ़ा दी हैं. केरल में 19 लोगों के कोरोना वायरस के संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है.