चाइना ने हिंदुस्तान को बताया कि इस सैन्य एक्सरसाइज से दोनों राष्ट्रों के बीच होने वाली अनौपचारिक मीटिंग पर प्रभाव पड़ सकता है. भारतीय अधिकारियों का बोलना है कि यह एक्सरसाइज असली नियंत्रण रेखा (एलएसी) से 100 किलोमीटर की दूरी पर हो रहा है व इसके समय का अनौपचारिक मीटिंग से कोई लेना-देना नहीं है क्योंकि इसकी योजना कई महीने पहले बनाई गई थी.
जानकारी के अनुसार शी जिनपिंग 11 अक्तूबर को दोपहर के दो बजे चेन्नई पहुंचेंगे. उसी दिन शाम को वह पीएम नरेंद्र मोदी के साथ मंदिरों के शहर मल्लपुरम में डिनर करेंगे. माना जा रहा है कि यह मीटिंग वुहान की तुलना में छोटी अवधि वाली होगी. शी जिनपिंग हिंदुस्तान में 24 घंटे से ज्यादा समय तक नहीं रहेंगे. वहीं लुओ-गोखले की मीटिंग रडार पर है क्योंकि दोनों तरफ से किसी ने भी आधिकारिक तौर पर लुओ की यात्रा की पुष्टि नहीं की है.
अरुणाचल प्रदेश के जिस क्षेत्र में सैन्य एक्सरसाइज हो रहा है उसे चाइना दक्षिण तिब्बत का भाग मानता है, वह इस एक्सरसाइज से नाराज है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने शुक्रवार को बोला कि वह इस समय जिनपिंग की यात्रा की तिथियों की आधिकारिक तौर पर घोषणा नहीं कर सकते हैं. हालांकि उन्होंने बोला कि इस मीटिंग के जरिए दोनों नेता कई मुद्दों पर वार्ता कर सकते हैं.