रातो – रात नेपाल की जमींन पर कब्ज़ा कर चीन ने बना डाला ये, सुबह हुई तो देखा पूरा…

नेपाल के ये सातों जिले तिब्बत बॉर्डर से सटे हैं और इन जिलों पर चीन का कब्जा तेजी से बढ़ रहा है। सबसे ज्यादा गौर करने वाली बात ये है कि दारचुला और हुमला पड़ोसी जिले हैं.

 

जिस पर चीन की नज़र टिक गई है। इसके बाद बाकी के 5 जिले दूसरे छोर पर हैं और ये पांचों जिले गोरखा, रसुवा, सिंधुपालचौक, दोलखा, और संखुवासभा एक-दूसरे के पड़ोसी जिले हैं।

एक तरफ नेपाली पीएम चीन के इशारे पर काम कर रहे हैं तो दूसरी तरफ चीन नेपाल के कई जिलों पर अपनी गिद्ध नज़र गड़ाए बैठा है। ये पहली बार नहीं है कि जब चीन ने नेपाल की जमीन निगली है, इससे पहले भी ड्रैगन नेपाल की जमीन पर कब्जा कर चुका है।

नेपाल के वो सात जिले जिसपर चीन कब्जा कर रहा है, उन जिलों के नाम – दारचुला, हुमला, गोरखा, रसुवा, सिंधुपालचौक, दोलखा और संखुवासभा है।

नेपाल के साथ चीन की गद्दारी का सबसे ताजा सबूत उत्तराखंड के पास नेपाल की सीमा में हुमला से मिला है। यहां के लेपचा लिमि इलाके में घुसपैठ कर चीन ने अपनी 9 इमारत तैयार कर ली हैं।

चीन की गद्दारी से नेपाल में हड़कंप मच गया आनन-फानन में हुमला के सहायक मुख्य जिला अधिकारी ने 30 अगस्त से 9 सितंबर तक इस इलाके का निरीक्षण भी किया, जैसे ही उन्होंने अपने देश की जमीन पर ड्रैगन का कब्जा देखा उनके पैरों से जमीन निकल गई।

हिंदुस्तान के साथ सरहद पर तनातनी के बीच ड्रैगन की सबसे बड़ी साजिश सामने आई है। अब चीन ने नेपाल की जमीन को निगल लिया है। चीन की दोस्ती में नेपाल ने अपने सबसे भरोसेमंद दोस्त भारत के खिलाफ जमकर जहर उगला, हिंदुस्तान से पंगा लिया। लेकिन अब चीन ने उसी की जमीन को हड़प लिया।