म्यांमार की सेना ने किया ऐसा, जान बचाकर इस देश में भाग रहे हजारों लोग

यहां पहले से आए लोगों के बारे में पूछे जाने पर प्रयुत ने कहा, ‘हमने कुछ स्थानों पर तैयारी की है लेकिन शरणार्थी केंद्रों के बारे में हम अभी कुछ नहीं कह सकते. हम अभी वहां तक नहीं पहुंचे हैं.’

बर्मा फ्री रेंजर्स के अनुसार, दो सौ छात्रों समेत लगभग ढाई हजार लोग सलवीन नदी पार कर उत्तरी थाईलैंड के माए होंग सोन प्रांत में प्रवेश कर चुके हैं.

एजेंसी ने कहा कि म्यांमार के उत्तरी करेन राज्य में लगभग दस हजार लोग विस्थापित हो गए हैं (Myanmar Protests Death Toll). महज एक दिन पहले सेना ने अंतिम संस्कार में शामिल लोगों पर भी गोलियां बरसी दी थीं.

एजेंसी के एक सदस्य ने बताया कि हमले में एक बच्चा घायल हुआ है, लेकिन किसी की मौत नहीं हुई है. थाई प्रधानमंत्री प्रयुत चान ओछा ने सोमवार को कहा कि वह देश की पश्चिमी सीमा पर समस्याओं से परिचित हैं.

उन्होंने कहा कि उनकी सरकार भारी मात्रा में लोगों के आने की तैयारी कर रही है (Myanmar Protests Against Military Coup). प्रयुत ने कहा, ‘हम अपने क्षेत्र में सामूहिक प्रवास नहीं चाहते लेकिन हम मानवाधिकारों के लिए चिंतित हैं.’ थाईलैंड में इससे पहले भी म्यांमार के कई लोग आ चुके हैं.

म्यांमार (Myanmar) में सेना का आंतक लगातार बढ़ता जा रहा है. यहां सेना ने सारी हदें पार करते हुए लोगों पर आसमान से बम बरसाएं हैं, जिसके बाद हजारों की संख्या में लोग थाईलैंड की ओर भाग रहे हैं (Myanmar Protests Military Coup).

सेना के हमलों के बाद सोमवार को करेन गांव के हजारों लोग भागकर थाईलैंड से लगी देश की सीमा पर जा रहे हैं और वहां मौजूद थाई अधिकारी इसके लिए खुद को तैयार कर रहे हैं (Myanmar Protests Death Toll). मानवीय सहायता के क्षेत्र में काम करने वाली संस्था ‘फ्री बर्मा रेंजर्स’ के मुताबिक म्यांमार के विमानों ने रविवार को रात भर हवाई हमले किए थे.