विकास दुबे की मां ने अपराधी बेटे शव लेने से किया इनकार , कहा इसे तो…

विकास दुबे के साथ मेरा कोई संबंध नहीं है सूत्रों के अनुसार परिजनों ने सुबह इसलिए विकास दूबे का शव लेने से इंकार कर दिया था क्योंकि उन्‍हें डर था कि कहीं वो किसी नई मुसीबत में न फंस जाए।

 

विकास के परिजन पोस्टमॉर्टम हाउस भी नहीं पहुंचे है। पोस्टमार्टम हाउस के सूत्र के अनुसार विकास का पोस्टमार्टम दो घंटे तक चला लेकिन उसका कोई सगा-संबंधी शव लेने के लिए आगे नहीं आया।

अपराधी बेटे की मौत की खबर सुनकर मां ने कानपुर जाकर विकास दुबे का शव लेने से इंकार कर दिया था। जिसके बाद देर शाम विकास का शव उसके बहनोई दिनेश तिवारी को सौंप दिया गया।

विकास दुबे के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद लखनऊ स्थित विकास के घर के पड़ोसियों ने उसकी मां सरला देवी से कानपुर जाने के लिए वाहन का प्रबंध करने के लिए पूछा तो सरला देवी ने मना कर दिया। उन्होंने कहा कि मुझे कानपुर नहीं जाना।

यूपी एसटीएफ की टीम विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले से लेकर कानपुर आ रही थी तभी गाड़ी दुर्घनाग्रस्‍त होकर पलट गई और इस दौरान विकास दुबे ने एक पुलिसकर्मी की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश करने लगा और तभी पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में उस पर गोली चलाई जिसमें वो ढेर हो गया।

आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने के बाद फरार अपराधी विकास दुबे गुरुवार को फिल्‍मी अंदाज में उज्जैन के महाकाल मंदिर में गिरफ्तार किया था। शातिर विकास दुबे शुक्रवार को सुबह एनकाउंटर में ढेर हो गया।