यूपी का सबसे खातरनाक जिला बना ये, कोरोना पॉजिटिवों की संख्या 398 हुई

मोती कटरा निवासी 70 वर्षीय बुजुर्ग की रेस्पिरेटरी फेलियॉर के कारण दो दिन पहले मौत हो गई थी। बुजुर्ग के सैंपल जांच को भेजे गए। रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि हुई है।

 

वहीं सोमवार को एसएन मेडिकल कॉलेज में उपचार करा रहे मस्‍ता की बगीची निवासी 25 वर्षीय युवक की मृत्‍यु हो गई। इसके साथ ही फीरोजाबाद के एक मरीज का भी यहां इलाज चल रहा था। उसकी भी मृत्‍यु हो जाने से आगरा में मृतक संख्‍या 12 हो चुकी है।

एक हॉस्पिटल में डायलिसिस करा रहे गुर्दा रोगी सहित सोमवार सुबह आठ में कोरोना की पुष्टि हुई है। ताजगंज क्षेत्र के अस्पताल में दो महीने से हर सप्ताह दो बार 38 साल के बेलनगंज क्षेत्र निवासी गुर्दा मरीज की डायलिसिस हो रही है।

वे डायलिसिस से पहले जिला अस्पताल में जांच कराने पहुंचे, वहां स्क्रीनिंग में कोरोना के लक्षण ना होने पर सैंपल लिए बिना उन्हें वापस कर दिया।

इसके बाद दोबारा 23 अप्रैल को डायलिसिस से पहले जिला अस्पताल गए। वहां उनके सैंपल ले लिए। हॉस्पिटल में उनकी डायलिसिस कर दी गई, उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर खलबली मच गई।

हॉस्पिटल के डायलिसिस सेंटर में काम करने वाले कर्मचारियों को क्वारंटाइन किया गया है। डायलिसिस सेंटर को सेनेटाइज कराया गया है।

इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आइ है। वहीं, सिकंदरा थोक मंडी के 45 साल के नरायच, यमुना पार निवासी थोक फल विक्रेता की रिपोर्ट पॉजिटिव आइ है।

उनके स्वजनों को क्वारंटाइन किया गया है। इसी तरह से 40 साल के बोदला निवासी मरीज को तेज बुखार के साथ सांस लेने में परेशानी हो रही थी, इनकी रिपोर्ट भी पॉजिटिव है।

उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा कोरोना का असर ताज नगरी आगरा पर पड़ रहा है। मंगलवार सुबह 12 केस की रिपोर्ट आई हैैै। प्रशासन ने इनमें से तीन को रिपीट बताते हुए नौ नए मरीजों की पुष्टि की है।

इस तरह मंगलवार को कोरोना संक्रमितों की संख्‍या बढ़कर 398 पर पहुंच गई है। इससे पहले सोमवार दिन भर में 16 नए केस सामने आने के बाद आगरा में 389 का आंकड़ा पहुंचा था।

उसके सापेक्ष अभी ठीक होने वाले लोगों की संख्‍या कम ही है। आगरा में अब तक 64 लोग सही होकर घर लौटे हैं। ताजनगरी में 12 लोगों की मौत हो चुकी है। मंगलवार को जिन लोगों की टेस्‍ट रिपोर्ट आई है, उनके सैंपल जांच को 24 और 25 अप्रैल को भेजे गए थे।