मोदी सरकार ने छोटे कारोबारियों को दिया ये बड़ा तोहफा, कहा 24 घंटे के अंदर कर ले ये काम

जिनके कारोबारी बेहतर वित्तीय प्रबंधन और वित्तीय लेखाजोखा पर अधिक ध्यान नहीं देते हैं जिसके कारण उनका सरलता से वित्त मिलना संभव नहीं होता है .

लेकिन उनकी कंपनी मशीन लर्निंग प्रौद्योगिकी का उपयोग कर उनके कारोबार और बैंकिंग का विश्लेषण कर ऋण उपलब्ध कराने में मदद कर रही है।

उन्होंने कहा कि अभी रेंस्त्रां, ब्यूटी पार्लर, सैलून, ऑनलाइन रिटेलर आदि को वित्त उपलब्ध कराया जा रहा है और इसके लिए बैंक, गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के साथ साझेदारी की गयी है।

उनकी कंपनी ऋण के लिए आवश्यकत कागजी प्रक्रिया ऑनलाइन पूरी करती है और फिर अपने वित्तीय साझेदारों के साथ उसको शेयर कर संबंधित कारोबारी को ऋण उपलब्ध कराने में मदद करती है।

उन्होंने कहा कि उनके माध्यम से मिलने वाले ऋण पर अभी 17 से 24 फीसदी तक ब्याज लगाता है जो माइक्रोफाइनेंस कंपनियों की तुलना में बहुत कम है।

इंडिफी ने संभावित ग्राहकों तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए ऑनलाइन मार्केटप्लेसों के साथ ही कई ऐसे सेवा प्रदाताओं से भी रणनीति साझेदारी की है जिनके इस तरह के अधिक छोटे कारोबारी आते हैं। देश के 200 से अधिक शहरों में ऋण उपलब्ध कराये गये हैं।

इंडिफी के अध्यक्ष संग्राम सिंह ने यहां कहा कि इंडिफी छोटे और मध्यम उद्यमियों तक क्रेडिट की पहुंच को आसान बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

भारत के विशाल एसएमई क्षेत्र में वित्तीय समावेशन को सुविधाजनक बनाने और आगे बढ़ने के साथ काम कर रही है। उन्होंने कहा कि कईं ऐसे क्षेत्र है.