मोदी सरकार ने इस ऑफिसर की छुट्टी, कहा बूल गयी ये महिना

नरेन्द्र मोदी सरकार लगातार नौकरशाही को कसने के लिए कदम उठा रही है. बीते दिनों सरकार ने इनकम टैक्स विभाग के कई अधिकारियों को जबरन रिटायर कर दिया.

इन भर करप्शन में लिप्त होने का आरोप है. केद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए मानव संसाधन विकास मंत्रालय की स्कूली एजुकेशन विभाग की सचिव रीना रे को तत्काल असर से हटा दिया है. उनकी स्थान सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव अमित खरे को स्कूली एजुकेशन सचिव की अलावा जिम्मेदारी दी गई है.

1984 बैच की आइएएस अधिकारी रीना रे मानव संसाधन विकास मंत्रालय में स्कूली एजुकेशन के सचिव के पद पर अगस्त 2018 से थी. उन्हें इस तरह से हटाने के पीछे उच्च एजुकेशन की तरह स्कूली एजुकेशन में बेहतर काम-काज न दिखने को बड़ी वजह मानी जा रही है. केन्द्र सरकार में कैबिनेट की नियुक्ति मामलों की कमेटी के सचिव ने यह आदेश जारी किया. इसके साथ ही उन्हें उनके मूल कैडर में वापस भेज दिया है. रीना रे का मूलत यूटी (केंद्र शासित क्षेत्र) कैडर की आइएएस ऑफिसर है.

मंत्रालय से जुड़े सूत्रों के अनुसार, स्कूली एजुकेशन के काम-काज को लेकर मंत्रालय पहले से पीएमओ के निशाने पर थी. इस बीच कई नीतिगत मुद्दों पर पीएमओ के साथ स्कूली एजुकेशन सचिव की पटरी भी नहीं बैठने की भी खबरें थी, मगर आकस्मित उन्हें इस तरह से हटा दिया जाएगा, इससे मंत्रालय के दूसरे अधिकारी भी अचंभित है. हालांकि जिस ढंग से उन्हें सरकार से ही हटाया गया है, उसके पीछे कुछ  बड़ी वजहें बताई जा रही है. रीना रे ने इसके बाद मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक से भेंट की है.