प्यार में बदली दोस्ती तो देसी छोरे के पीछे-पीछे सात समंदर पार करके जयपुर चली आई विदेशी मेम

साथ काम करते दोस्ती हुई। फिर वो प्यार में बदली और बात शादी की चली तो देसी छोरे के पीछे-पीछे विदेशी मेम सात समंदर पार करके जयपुर चली आई और दोनों हमेशा हमेशा के लिए एक-दूसरे के हमसफर बन गए। राजस्थानी लड़का और मोरक्को की लड़की की यह प्रेम कहानी बेहद रोचक है। मंगलवार को जयपुर कोर्ट में कई लोग इनके अनूठे रिश्ते के साक्षी बने।

ट्रैवल एजेंसी में करते थे काम

दरअसल, जयपुर का रितेश बत्रा काम के सिलसिले में मोरक्को गया था। वहां पर एक ट्रैवल एजेंसी में काम करने लगी। उसके साथ ही मोरक्को की साराह भी जॉब करती थी। दोनों की वर्ष 2016 में कामकाज के दौरान दोस्ती हुई, जो धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। दोनों ने शादी का फैसला लिया, मगर अलग-अलग देश और संस्कृति को लेकर एक-दूसरे के परिजनों ने रिश्ते को शुरुआत में स्वीकार नहीं किया। फिर मान गए।

एडीएम ने दिया विवाह प्रमाण पत्र

रितेश के परिजनों के इच्छा थी कि बेटे की शादी उनकी मौजूदगी में हो। लिहाजा, रितेश व साराह ने मोरक्को की बजाय जयपुर में शादी करना तय किया और जयपुर चले आए। साराह के साथ उसके परिजन भी आए। जयपुर कोर्ट में शादी करने के बाद एडीएम अशोक कुमार ने इस नवविवाहित जोड़े को विवाह प्रमाण पत्र दिया।

दुल्हन साराह भारतीय संस्कृति और रीति रिवाज को समझती है-दूल्हा

इस मौके पर रितेश की मां ने मीडिया से बातचीत में कहा कि साराह के रूप में अच्छे संस्कारों वाली बहू पाकर वे बेहद खुश हैं। ये रहने वाली भले ही मोरक्को की है, मगर बहू के रूप में भारतीय बहुओं की तरह ही है। इसे हमारे परिवार ने भी बहू की बजाय बेटी का सा प्यार दिया है। दूल्हे रितेश ने बताया कि साराह बहुत अच्छी लड़की है। उसका हेल्पफुल और केयरिंग नेचर उसे काफी पसंद आया। अपने ससुराल वालों की काफी रेस्पेक्ट करती है। भारतीय संस्कृति और रीति रिवाज को भी अच्छे से समझती है।