देश की राजधानी दिल्ली में राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल 2019 दोपहर 12 बजे पेश किया गया। 12 बजे सदन की कार्यवाही प्रारम्भ होने के साथ ही इस पर सदन में चर्चा प्रारम्भ हो गई।
बिल पेश करने के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने बोला कि यह शरणार्थियों को हक व सम्मान देने वाला बिल है। करोड़ों लोगों के लिए नागरिकता बिल बड़ी उम्मीद है।
अपने बयान में उन्होंने बोला कि शरणार्थी जिस तारीख से देश में आए हैं उन्हें उसी दिन से नागरिकती दी जाएगी साथ ही उनके कारोबार को भी नियमित किया जाएगा। उन्होंने बोला कि जो लोग कह रहे हैं कि आप वोट बैंक की पॉलिटिक्स कर रहे हैं। मैं उन सबको बोलना चाहता हूं कि जनता ने इसका समर्थन किया है, जनादेश से बड़ा कुछ नहीं होता है।
इसके अतिरिक्त अमित शाह ने बोला कुछ लोग देश की जनता में भ्रम फैला रहे हैं कि यह बिल देश के मुस्लिमों के विरूद्ध है। मैं ऐसे लोगों से पूछना चाहता हूं कि किस तरह से यह बिल भारतीय मुस्लिमों के विरूद्ध है? वही,गृहमंत्री ने बोला किसी के बहकावे में न आएं देश के मुस्लिम। जिस दिन से शरणार्थी देश में आए हैं उन्हें उसी दिन से नागरिकता मिलेगी। उन्होंने बोला कि उनके कारोबारों को भी नियमित किया जाएगा। उन्होने आगे बोला कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान व बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की संख्या घटी है। प्रताडि़त लोगों को नागरिकता देने के लिए यह बिल लाया गया है। यह बिल समानता का अधिकार देने वाला है।