द‍िल्‍ली हिंंसा में हुआ अब तक का सबसे बड़ा…300 से अधिक हुए…

बृजपुरी रोड पर अरुण मॉर्डन सीनियर सेकेंड्री स्कूल चमन पार्क में राजधानी पब्लिक स्कूल और डीआरपी पब्लिक स्कूल के अलावा कई धार्मिक स्थलों, मकानों और दुकानों काे जला दिया गया।

शिव विहार तिराहे के पास बनी दो प्राइवेट पार्किंग में दंगाईयों ने 100 से अधिक कारों और अन्य वाहनों को आग लगा दी। यहां हालात कितने खराब थे, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बुधवार की सुबह पुलिस और अर्धसैनिक बल जब मौके पर पहुंचे, तब कहीं जाकर आगजनी पर काबू पाया जा सका।

यहां तक कि दोपहर बाद तक दमकल की गाड़ियां यहां नहीं पहुंच पाई थीं। स्थानीय लोगों का दावा है कि दोनों ओर से कई सौ लोग जख्मी हुए हैं।

आसपास के कई छोटे निजी अस्पतालों में लोग इलाज करवा रहे हैं। मुस्तफाबाद के ही अल-हिंद अस्पताल में 30 से अधिक घायलों को भर्ती किया गया था। कुल मिलाकर पूरे जिले के हालात बेहद नाजुक बने हुए हैं।

पिछले तीन दिन से हिंसा की आग में झुलस रहे उत्तर पूर्वी जिले में बुधवार को हालात में सुधार हुआ है। दिल्ली पुलिस के अनुसार उपद्रव से जुड़ी कोई बड़ी कॉल नहीं मिली।

बुधवार की शाम पुलिस मुख्यालय में बीते 24 घंटे का अपडेट देते हुए दिल्ली पुलिस प्रवक्ता एमएस रंधावा ने बताया कि हिंसा की कोई खबर नहीं मिली है।

नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के मुद्दे पर उत्तर-पूर्वी दिल्ली में भड़की हिंसा में गुरुवार की सुबह तक मरने वालों की संख्या 34 हो चुकी है। जबकि 300 से अधिक लोग घायल हुए हैं और 50 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है।

पिछले तीन दिन में हुए उपद्रव के दौरान 800 से ज्यादा दुकानों, मकानों औ फैक्टरियों को उपद्रवियों ने आग लगा दी। इस बीच छोटे-बड़े हजारों वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया।

मंगलवार की रात सबसे ज्यादा हालात शिव विहार, चमन पार्क और बृजपुरी रोड के खराब थे। यहां उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश के बावजूद लोगों ने जमकर तांडव किया। खजूरी खास के ई और सी ब्लॉक में 50 से अधिक दुकानें, घर और फैक्टरियाें को उपद्रवियों ने आग के हवाले कर दिया।