केजरीवाल सरकार ने केंद्र सरकार से मांगी इस चीज़ की परमिशन, कहा:’सीरियस मरीजों को हम…’

एक प्रेस कांफ्रेंसिंग के दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा, “लगभग दस दिन पहले हमें केंद्र सरकार से परमिशन मिली थी कि हम कोरोना के जो सीरीयस मरीज हैं.

 

उनपर प्लाज्मा थैरेपीट्राई करके देख सकते हैं. प्लाज्मा थैरेपी का ट्रायल करने के लिए हमें केवल एनजेपी अस्पताल के सीरियस मरीजों पर ट्रायल करने की परमिशन मिली थी.

हमने पिछले कुछ दिनों में अस्पताल के चार मरीजों पर ट्रायल करके देखा, उसके अभी तक के नतीजे उत्साहवर्धक और अच्छे हैं.”

इसके बाद सीएम ने कहा, “चार में से दो मरीज को मंगलवार को प्लाज्मा दिया गया था, आज उन्हें प्लाज्मा दिए हुए तीन दिन हो गए हैं.

वो लोग आईसीयू में थे और आज उन्हें आईसीयू से निकालकर वार्ड में शिफ्ट कर दिया जाएगा. इन दोनों ही मरीजों की हालात पहले काफी गंभीर थी.

बाकी दो मरीजों को कल प्लाज्मा दिया गया है और 24 घंटे में उनकी हालत में काफी सुधार आया है. उम्मीद है कि ये दोनों मरीज भी जल्दी रिकवर करेंगे.

वहीं एक प्राइवेट अस्पताल ने भी एक सीरियस पेशेंट की प्लाज्मा थेरेपी की थी, जो कि ठीक हो चुका है और उसे अस्पताल से छुट्टी मिल गई है.”

साथ ही अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह अभी शुरुआती नतीजे हैं. ये न सोचा जाए कि हमें कोरोना का इलाज मिल गया है. इसमें सबसे अहम रोल डोनर का है, जो कि कोरोना से ठीक हो गया है .

वह आकर अपना ब्लड प्लाज्मा डोनेट कर दे. केजरीवाल ने कहा कि मैं उन लोगों से आग्रह करता हूं, जो कोरोना को मात देने में सफल हुए हैं, वे आएं और अपना ब्लड प्लाज्मा डोनेट करें ताकि दूसरे कोरोना संक्रमित मरीजों को बचाया जा सके.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोनोवायरस से ठीक हो चुके लोगों से आग्रह किया है कि वो अपने ब्लड प्लाज्मा को डोनेट करें, ताकि अन्य कोविड-19 मरीजों की जान बचाई जा सके.

यह बात अरविंद केजरीवालने कोरोना संक्रमित चार मरीजों पर प्लाज्मा थेरेपी के ट्रायल के बाद आए अच्छे परिणाणों के बाद कही है. सीएम ने कहा कि प्लाज्मा थेरेमी के शुरुआती ट्रायल से एक उम्मीद बंधी है.