4.4 की तीव्रता के साथ आया इस देश में भूकंप, कांप उठे लोग

पूरे विश्व में आतंक मचा रहे कोरोना वायरस का कहर बढ़ता ही जा रहा है। भारत के पड़ोसी देश नेपाल में भी कोरोना संकट बढ़ता जा रहा है। जिसके कारण रोजाना वहां भी ऑक्सीजन की कमी देखी जा रही है। ऐसे में नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली ने इस मुश्किल घड़ी में चीन के बजाय भारत से मदद मांगी है।

नेपाल पीए केपी शर्मा के सलाहाकार ने एक मीडिया हाउस से बात करते हुए बताया कि नेपाल की नजरे चीन पर नहीं भारत पर टिकी हुई है। नेपाल चाहता है कि इस महामारी में उन्हें भारत ऑक्सीजन, आईसीयू बेड और वेंटिलेटर की सप्लाई दे।

सनेपाल में प्रख्यात पशुपतिनाथ मंदिर के पास स्थित श्मशान घाट समेत अन्य शवदाहगृहों में, कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान संक्रमण से मरने वाले लोगों के शव बड़ी संख्या में आ रहे हैं। मीडिया में आयी एक रिपोर्ट में शुक्रवार को यह जानकारी दी गई।

बाता दें कि कोरोना वायरस से लड़ रहे नेपाल में भूकंप का कहर आया है। यहां भूंकप के झटके महसूस किए गए हैं और इसकी तीव्रता भी अच्छी खासी बताई जा रही है। नेपाल में रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.8 मापी गई है।

जानकारी के मुताबिक ये झटके बिहार के कुछ सीमावर्ती इलाकों में भी महसूस किए गए हैं। राष्ट्रीय भूकंप निगरानी और अनुसंधान केंद्र के मुख्य भूकंपविज्ञानी के अधिकारी ने बताया कि भूकंप का केंद्र लमजुंग जिले के बुलबुले में स्थिति था।

इस भूकंप की तीव्रता 5.8 थी। जानकारी है कि भूकंप के झटके महसूस करने के बाद नेपाल और बिहार के सीमावर्ती इलाकों में लोग डरे हुएओ है। हालांकि अभी तक किसी भी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है।

नेपाल में एक ही दिन में दो बार भूकंप आया। बुधवार को यहां कई बार भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। काठमांडू से दूर रात के 10:24 बजे भूकंप आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.4 मापी गई है।

नेशनल सेंटर फॉर सीसमोलॉजी ने जानकारी दी कि, भूकंप काठमांडू से 94 किमी उत्तर पश्चिम में आया है। इससे पहले बुधवार के दिन सुबह 5:42 बजे 5.8, सुबह 8:16 बजे 4.0 और सुबह 8:26 बजे 5.3 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसके बाद फिर सुबह के 10 बजे तक करीब 20 छोटे झटके महसूस हुए।