भारतीय सेना इस देश की महिलाओ को युद्ध में लड़ने की देगी ट्रेनिंग, ये है बड़ी वजह

अफगान नेशनल आर्मी(एएनए) के जावनों को कई सालों से ट्रेनिंग देने के बाद अब भारतीय सेना अफगानिस्तान की महिला अधिकारियों को ट्रेन करना चाहती है. युद्ध से जूझ रहे अफगानिस्तान की महिला अधिकारियों को भारतीय सेना ट्रेनिंग देने की तैयारी में है.

अफगानिस्तानी सेना की 20 महिलाओं को चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी(ओटीए) में भारतीय सेना स्पेशल ट्रेनिंग देगी. महिला अधिकारियों के लिए स्पेशल ट्रेनिंग मॉड्यूल तय किया गया है, जिसका वे हिस्सा होंगी. अगले तीन सप्ताह तक चेन्नई में ट्रेनिंग दी जाएगी.

यह ट्रेनिंग 25 नवंबर से 21 दिसंबर तक दी जा रही है. यह लगातार तीसरा साल है जब अफगानिस्तानी सेना की महिला अधिकारियों को चेन्नई स्थित ओटीए में ट्रेनिंग दी जा रही है. आर्मी से जुड़े सूत्रों का इस मामले पर कहना है कि यह कोई वार्षिक ट्रेनिंग कैप्सूल नहीं है लेकिन यह हमारी सैन्य रणनीति का हिस्सा है.

हालांकि लागातार कई वर्षों से हो रही ट्रेनिंग की वजह से अब यह नियमित हो गया है. संख्या में भी बढ़ोत्तरी भी हो सकती है. चेन्नई में अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी या ओटीए, शॉर्ट सर्विस कमीशन अधिकारियों को सैन्य प्रशिक्षण देता है, जिनके पास 10 वर्षों तक सेवा देने के बाद स्थायी आयोग का हिस्सा होने का विकल्प होता है.

स्थायी आयोग के अधिकारियों को भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) देहरादून में प्रशिक्षित किया जाता है. सूत्रों ने कहा कि आईएमए और ओटीए दोनों ही अफगान नेशनल आर्मी के पुरुषों को पूरी ट्रेनिंग देते रहे हैं लेकिन महिला अधिकारियों के लिए स्पेशल कोर्स नई बात है. ओटीए हर साल लगभग 40 विदेशी पुरुष कैडेटों को प्रशिक्षित करता है जिनमें से औसतन 12 से 15 कैडेट अफगानिस्तान की सेना से होते हैं.

सेना के एक अधिकारी ने कहा कि अफगानिस्तानी सेना की महिला अधिकारियों को ट्रेनिंग देने का मकसद इन महिला अधिकारियों को छोटे हथियारों के हथियार संचालन, सैन्य अभियानों, प्रशासनिक कौशल के लिए सामरिक ज्ञान और उनके संचार कौशल को बढ़ाने के लिए प्रशिक्षित करना है.