कोरोना के बढ़ते कहर को दख सरकार ने उठाया ये बड़ा कदम, बिना मास्क के पकड़े गए तो होगा…

केंद्रीय जेल अधीक्षक के मुताबिक प्रशासन के आदेश पर स्नेहलतागंज क्षेत्र में एक गेस्ट हाउस को अस्थायी जेल में तब्दील कर दिया है। निगरानी के लिए CCTV कैमरे लगाये गये हैं और 15 कर्मचारियों की तैनाती की गई है।

पहले दिन खजराना क्षेत्र में बिना मास्क पहने घूम रहे 20 लोगों को गिरफ्तार कर इस जेल में भेजा गया। इनके खिलाफ CRPC की धारा 15 के तहत कार्रवाई की गई है।

इससे पहले बुधवार को जिला कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया था कि मुख्यमंत्री ने कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं।

इसी के तहत बिना मास्क के सड़क पर निकलने वाले लोगों को गिरफ्तार कर अस्थाई रूप से कुछ घंटों के लिए जेल में बंद रखा जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि कोरोना गाइडलाइन के पालन को लेकर शहर में सख्ती और बढ़ेगी।

आपको बता दें कि कोविड-19 के मामले में इंदौर, मध्य प्रदेश का सबसे ज्यादा प्रभावित जिला है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक करीब 35 लाख की आबादी वाले जिले में पिछले एक साल में 70 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं.

जिनमें से 962 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना के बढ़ते असर को देखते हुए प्रशासन ने कई कड़े कदम उठाये हैं। इसी के तहत यहां गुरुवार से अस्थायी जेल की नयी व्यवस्था शुरू की गई है और सार्वजनिक स्थलों पर बगैर मास्क के घूम रहे लोगों को एहतियातन गिरफ्तार कर इस जेल में भेजा जा रहा है।

कोरोना को लेकर मध्य प्रदेश सरकार कुछ ज्यादा ही गंभीर नजर आ रही है। राज्य के इंदौर शहर में बिना मास्क पहने घूमनेवाले लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है।

प्रशासन ने कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वालों के लिए एक अस्थायी जेल की भी व्यवस्था की है। अब तक करीब 20 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।