तालिबान को लेकर इमरान सरकार बेहद खुश, पाक नेता ने खोल दी पोल

हाल ही में पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने कहा था कि जब तक अशरफ गनी अफगानिस्तान के राष्ट्रपति बने रहेंगे तब तक तालिबान, अफगानिस्तान सरकार से बात नहीं करेगा। यही बात तालिबान भी कहता रहा है। इमरान खान के इस बयान को भी तालिबान के समर्थन के रूप में देखा गया है।

अमेरिकी सेना के लौटने के साथ ही तालिबान ने अफगानिस्तान में हमला तेज कर दिया। अब तक 160 से अधिक जिलों और 10 से अधिक प्रांतीय राजधानियों पर कब्जा कर चुका है और 10 प्रांतीय राजधानियों को सीधे तौर पर खतरा है। तालिबान ने अफगानिस्तान के दूसरे सबसे बड़े शहर कंधार पर भी कब्जा जमा लिया है।

पाकिस्तान के पूर्व सीनेटर हैं अफरासिआब खटक। उन्होंने अफगानिस्तान में पाकिस्तान के रोल को लेकर अपनी बात रखी है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘पाकिस्तान पूरी तरह से तालिबान का समर्थन कर रहा है। तालिबान एक तरह से अफगानिस्तान में पाकिस्तान का स्ट्रेटजिक पार्टनर है। पाकिस्तान, तालिबान को आगे बढ़ता देख बहुत खुश है।’

उन्होंने कहा है कि इसमें कोई शक नहीं है कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान में आतंकी गतिविधियों में शामिल हैं। हजारों बॉडीज पाकिस्तान आ रहे हैं, सभी को दिख रहे हैं लेकिन इमरान सरकार इससे इनकार करती है।

अफगानिस्तान सरकार लगातार दावा करती रही है कि पाकिस्तान, तालिबान का समर्थन कर रहा। अफगान सेना ने इसे लेकर कई बार सबूत दिए हैं। अफगान सेना ने तालिबान से लड़ाई में कई पाक लड़ाकों को मार गिराया है।

अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने भी कई बार इस मसले को लेकर पाकिस्तान को खरी-खोटी सुनाई है। अब पाकिस्तान के पूर्व सीनेटर ने ऐसा कुछ कह दिया है कि पाकिस्तान मुंह छिपाता फिरेगा।