घर की सुख-समृद्धि का प्रतिक है रंगोली, वैज्ञानिक स्तर पर मिलते है यह फायदे

भारतीय परंपरा में रंगों का विशेष महत्व है. वैज्ञानिक तौर पर भी साबित हो चुका है कि रंग विशेषकर मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक बेहतर औषधि के रूप काम करते हैं. हिन्दू धर्म में आंगन या द्वार पर रंगोली बनाना बेहद शुभ माना जाता है व इसे घर की सुख-समृद्धि से जोड़कर देखा जाता है. दिवाली के मौके पर इसका महत्व व भी बढ़ जाता है. यही कारण है कि दशहरे से लेकर दिवाली तक हर दिन घरों में द्वार पर रंगोली सजाई जाती है. लेकिन इसका महत्व सिर्फ साज – सज्जा या धार्मिक स्तर पर ही नहीं, बल्कि वैज्ञानिक स्तर पर भी है.

  • रंगोली बनाने के फायदे

1. रंगोली बनाना एक कला है व जो लोग कलाप्रिय हैं वे इसे शौक से बनाते हैं. ऐसे में रंगोली बनाने का पहला बड़ा लाभ तो यह है कि आप इसे बनाते समय बेहद सकारात्मक महसूस करते हैं. यह प्रक्रिया आपके तनाव को दूर कर देती है.

2. रंगोली बनाते समय अंगुली व अंगूठा मि लकर ज्ञानमुद्रा बनाते हैं, जो मस्ति ष्क को ऊर्जा वान व सक्रिय बनाने के साथ-साथ बौद्धिक वि कास में जरूरी धरती का अदा करती है.

3. एक्यूप्रे शर के लि हाज से भी यह मुद्रा आपके स्वा स्थ्य के लि ए बेहद प्रभावी है. यह आपको हाई ब्लडप्रे शर से बचाती है व मानसि क और आत्मि क तौर पर शांति प्रदान करती है.

4. रंगों के सकारात्मक असर को वि ज्ञान व विभि न्न चिकि त्सा पद्धति यों ने माना है. जब आप रंगों के सम्पर्क में आते हैं, तो इनसे उत्सर्जित ऊर्जा आप पर असर डालती है, जि ससे कई तरह की मानसि क व शारीरिक समस्या ओं का उपचार संभव है.

5. विभि न्न रंगों व फूलों से बनाई गई रंगोली आपके घर व आसपास के वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है, जि ससे मन प्रसन्न व वातावरण सकारात्मक होता है.