प्रदेश के सरकारी स्कूलों में होंगे छोटे बागीचे, जाने क्या है पूरी योजना

प्रदेश के सरकारी स्कूलों में छोटे बागीचे, किचन गार्डन बनाने के लिए कृषि उपकरण, खाद, बीज मुफ्त मिलेंगे। इसके साथ ही उद्यान विभाग के अधिकारी और विशेषज्ञ स्कूल प्रबंधन और छात्रों को बागीचे विकसित करने के लिए तकनीकी सहायता भी देंगे। प्रदेश के 16 हजार से ज्यादा स्कूल इस योजना के दायरे में आएंगे।

उद्यान निदेशक डॉ. हरमिंदर सिंह बावेजा ने सभी मुख्य उद्यान अधिकारी और जिला उद्यान अधिकरियों को इस बाबत आदेश जारी कर दिए। अभी हाल समग्र शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशक बंशीधर तिवारी ने स्कूलों में किचन गार्डन तैयार करने के लिए उद्यान विभाग से सहायता मांगी थी।

दरअसल, स्कूलों में मिड डे मील के सब्जियों के लिए स्कूलों को बाजार पर निर्भर रहता पड़ता है। शिक्षा विभाग का मानना है कि जिन स्कूलों के पास जमीन उपलब्ध है, वहां फल-सब्जियों को उगाया जा सकता है। इससे खर्च भी बचेगा और छात्रों को ताजा व पौष्टिक भोजन दिया जा सकेगा।

सरकारी स्कूलों में छात्रों को मिड डे मील पकाकर देने की व्यवस्था दोबारा शुरू करने की सिफारिश की गई है। कोविड 19 संक्रमण की वजह से सरकार ने मिड मील पकाने पर जनवरी 2022 से रोक लगाई है। सूत्रों के अनुसार समग्र शिक्षा अभियान ने कोविड संक्रमण में आती कमी का हवाला देते हुए सरकार से मिड डे मील की पुरानी व्यवस्था दोबारा शुरू करने की पैरवी की है। अभियान के एसपीडी बंशीधर तिवारी ने इस बाबत शिक्षा सचिव को प्रस्ताव भेजा है।