सरकार का बड़ा एलान, कहा अब सीमा पर तैनात जवानों को मिलेगा वो…

इसकी वजह फंड की कमी बताया जा रहा है। खबर के अनुसार सीमा बल ने सरकार को सूचित कर दिया है कि उनके पास दो महीनों का वेतन देने के लिए पैसे नहीं हैं।

 

भले ही सरकार आर्थिक सुस्ती की बात से इनकार करे लेकिन बजट करीब आने के साथ ही यह मुद्दा और अधिक चर्चा में आ रहा है।

हालांकि जब मीडिया ने अधिकारियों से इस बाबत सवाल किया तो उन्होंने फंड की कमी का जवानों के वेतन पर कोई भी प्रभाव नहीं होने की बात कही।

साथ ही आश्वस्त किया कि सभी एरियरों का भुगतान भी मार्च में कर दिया जाएगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने वित्त वर्ष के आखिरी महीनों में फंड की कमी को एक रूटीन प्रक्रिया करार दिया। एसएसबी केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आने वाली पांच केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) में से एक है।

बता दें कि चार महीने में यह दूसरा मौका है, जब अद्धसैनिक बलों के कर्मियों के भत्तों का भुगतान रोक दिया गया है। सशस्त्र सीमा बल में 94261 कर्मचारी हैं।

ये लोग नेपाल और भूटान से सटी 2450 किलोमीटर की खुली सीमा की निगरानी करते हैं। खबर के अनुसार एसएसबी की तरफ से 23 जनवरी को जारी आंतरिक पत्राचार के दौरान एसएसबी जवानों के सभी प्रकार के भत्तों को दो महीने के लिए रोकने की घोषणा की गई थी। इसमें चाइल्ड एजुकेशन भत्ता और लीव ट्रैवल कन्सेशन भी शामिल है।

सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने फंड की कमी के चलते अपने जवानों के भत्तों पर दो महीने के लिए रोक लगा दी है। टेलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार सैन्य कर्मियों को मिलने वाले चाइल्ड एजुकेशन भत्ता और लीव ट्रैवल कन्सेशन शामिल है।