जमातियों को लेकर दिल्ली सरकार ने उठाया ये बड़ा कदम, कहा अब इन लोगो को…

यहां तक की दिल्ली पुलिस (Delhi Police) का बीट सिपाही भी शामिल किया जाएगा। यह टीम घर-घर जाएगी। लोकल होने के चलते यह जानकारियों को सरलता से जुटा सकेगी। सिविल डिफेंस के वालिंटियर व आशा वर्कर या आंगनबाड़ी कार्यकर्ता इसमे अहम भूमिका निभाएंगे।

 

दिल्ली सरकारसे जुड़े जानकारों की मानें तो दिल्ली में बनने वाली टीमों में पांच लोगों को शामिल किया जाएगा। इसमे जो लोग शामिल होंगे वो इस तरह से हैं।

बूथ लेवल अधिकारी इस टीम का मुखिया होगाएक सिविल डिफेंस वालंटियर एक आशा या आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एक नगर निगम सफाईकर्मी और एक दिल्ली पुलिस का बीट कांस्टेबल इसके मेम्बर होंगे अपने-अपने इलाके में संदिग्ध कोरोना मुद्दे के बारे में पूछताछ करेंगे।

लोगों को फोन करके पूछेंगे कि वह ठीक-ठाक रह रहे हैं या नहीं, उन्हें किसी एसेंशियल आइटम की ज़रूरत तो नहीं है। लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में बताएंगे व मास्क पहनने के बारे में कहेंगे।

टीम के लोग फील्ड में जाकर सोशल डिस्टेंसिंग लागू करवाएंगे। खासतौर से जेजे कॉलोनी, अनाधिकृत कालोनी या बहुत आबादी वाले इलाकों में।

सूत्रों की मानें तो दिल्ली में तब्लीगी मरकज़  से जुड़े जमातियों को तलाशना अब कठिन नहीं होगा। जमाती घर में हों या मस्जिद में उनकी जानकारी सरलता से मिल जाएगी।

दिल्ली सरकार (Delhi Government) की 13 हज़ार टीम अब दिल्ली के हर मोहल्ले व कॉलोनी में कोरोना संक्रामित को तलाशने के लिए निकल रही है।

इसे कोरोना फुट वॉरियर्स कंटेंटमेंट एंड सर्विलांस टीम का नाम दिया है। इस टीम में पांच लोग होंगे। यह इसमे ज़्यादातर लोग लोकल होंगे।