नहीं सुधर रहे हालात अभी अभी सरकार ने उठाया ये बड़ा कदम 24 घंटे के दौरान…21 जुलाई…

राज्य सरकार द्वारा किये गए इस लॉकडाउन का मकसद कोरोना के तेजी से बढ़ रहे मामलों को नियंत्रित करना है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमण के 1,403 नये मामले सामने आये हैं।

यह भी देखने में आया कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग के प्रति बेपरवाह हो गए थे, बिना मास्क लोग खुले आम सड़कों पर घूम रहे थे। बाजारों माल्स में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ रही थीं। यहां तक कि कंटोनमेंट जोन की सूची तक उपलब्ध नहीं थी, जानकारी के अभाव में लोग प्रतिबंधित क्षेत्रों में घूम रहे थे।

कोरोना वायरस के तेजी से प्रसार को देखते हुए उत्तर प्रदेश में 10 जुलाई की रात से तीन दिन का लॉकडाउन शुरू हो चुका है। लेकिन सत्ता के गलियारे में इस बात की चर्चाएं हैं कि लॉकडाउन को आगे बढ़ाया जा सकता है। हालांकि सरकारी स्तर पर इसे 13 जुलाई की रात कहा गया है।

इस कड़ी में बलिया में लॉकडाउन को 21 जुलाई तक बढ़ाया जा चुका है। बलिया में तीन जुलाई से लॉकडाउन चल रहा है इसे बढ़ाते हुए दस जुलाई तक लाया गया था जिसे अब 21 जुलाई तक कर दिया गया है।

वहीं, सूबे में कोरोना संक्रमण से शनिवार तक जान गंवाने वालों की कुल संख्या 913 हो गई है। प्रदेश में ऐक्टिव मामलों की संख्या 11,490 है जबकि 22,689 लोग इलाज के बाद पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं।

दो दिन पहले गुरुवार को यूपी में कोरोना के 1248 नए केस सामने आए थे। जिससे राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 32362 हो गई थी। कोरोना के मामले जितनी तेज से बढ़ रहे हैं ऐसे में सरकार के पास कोई विकल्प नहीं था।

आज पूरे प्रदेश में अघोषित कर्फ्यू की स्थिति है और लोग कोरोना महामारी की भयावहता को समझते हुए बाहर नहीं निकल रहे हैं। ऐसे में अगर हालात को नियंत्रित करने के लिए

हालांकि फिलहाल 13 जुलाई की रात तक लॉकडाउन है। लेकिन अगर कोरोना मरीजों के मिलने की रफ्तार बढ़ती रही तो सरकार को कड़े कदम उठाने पड़ सकते हैं। सरकार की कोरोना मामलों की रफ्तार पर कड़ी निगाह है।