अगर परिवार की दूसरी पीढ़ी का सदस्य जाति प्रमाण-पत्र के लिए आवेदन कर रहा है तो कोई जांच-पड़ताल नहीं होगी। उन्हें जाति प्रमाण-पत्र जारी करने में एक माह से ज्यादा का समय नहीं लगना चाहिए।
अफसरों को आवेदकों को प्रमाण-पत्र प्राप्त करने के लिए जरूरी दस्तावेजों को अपलोड करने की सलाह भी देनी चाहिए। सीएम ने आवेदकों की सहायता के लिए इस संबंध में एक एप्प भी शुरू करने का निर्देश दिया।
वेस्ट बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने अफसरों को जाति प्रमाण-पत्र जारी करने में देरी नहीं करने के निर्देश दिए हैं। उत्तर दिनाजपुर जिले में यहां प्रशासनिक समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि अगर किसी परिवार के एक भी सदस्य के पास जाति प्रमाण-पत्र है .
तो दूसरी पीढ़ी के आवेदकों के लिए इसी तरह का प्रमाण-पत्र जारी करने की प्रक्रिया आवेदन एवं अन्य जरूरी कागजात प्राप्त होने के एक माह के भीतर पूरी कर ली जानी चाहिए।