किसानो के लिए सरकार ने किया ये बड़ा एलान, कहा सोमवार से होगा लागू

सीएम खट्टर ने आगे कहा कि ‘कृषि कानून किसानों को आर्थिक आजादी दिलाने वाले हैं. यह पूरी तरह से प्रमाणित हो चुका है कि कांग्रेस पार्टी अपने कार्यकाल के दौरान इन कानूनों को लागू करना चाहती थी, लेकिन असफल रही. अब भाजपा ने किसानों को आर्थिक आजादी दिलाने वाले कानून लागू किए तो कांग्रेस इसका विरोध कर रही है.

 

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि ‘पड़ोसी राज्यों की फसल खरीदने पर हमें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन फिलहाल पोर्टल पर पंजीकृत किसानों को प्राथमिकता मिलेगी.

वहीं कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए सीएम खट्टर ने कहा कि वह किसानों को भड़काने का काम कर रही है. सीएम ने कहा कांग्रेस का कृषि और किसानों से कोई सरोकार नहीं है.’

धान खरीदते समय लाए जाने वाले सभी जरूरी कागजात के बारे में जानकारी देते हुए हरियाणा सरकार ने कहा कि ‘किसानों को अपने साथ इस आशय के दस्तावेजों की प्रमाणित प्रतियां लानी चाहिए कि उन्होंने मालिक या किराएदार के तौर पर अपने खेतों में धान की फसल बोई है.

इससे व्यापारियों द्वारा की जाने वाली मुनाफाखोरी में कमी आएगी. 5 अक्टूबर को हरियाणा की मंडियों में 8,34,721.26 क्विंटल धान पहुंची, जिसमें से 43,794.44 क्विंटल की खरीद की गई. 56,372.23 क्विंटल बाजरा पहुंचा जिसमें से 4309.2 क्विंटल की खरीद की गई.’

हरियाणा सरकार ने किसानों को लेकर बढ़ा फैसला लिया है. सोमवार से राज्य से बाहर के किसानों के लिए धान की खरीद को लेकर ‘मेरी फसल मेरा ब्यौरा’ पोर्टल पर पंजीकरण खोल दिया है.

यह निर्णय राज्य की सभी मंडियों के आढ़तियों और प्रदेश से बाहर के किसानों की मांग के चलते लिया गया है. उन्होंने बताया कि ऐसा करने से धान की खरीद सीजन के दौरान दूसरे राज्यों के किसानों को अपनी फसल बेचने में मदद मिलेगी.