ट्रेनों में सफर करने वाले करोड़ों यात्रियों के लिए अच्छी खबर, बिल न होने पर फ्री में मिलेगा खाना

भारतीय रेलवे में सफर करने वाले करोड़ों यात्रियों के लिए अच्छी खबर है. अगर आप सफर के दौरान रेलवे स्टेशनों पर या ट्रेनों में खाना या सामान खरीदते हैं और वेंडर आपको उसका बिल नहीं देता है, तो खरीदा गया सामान पूरी तरह फ्री होगा. इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन लिमिटेड ने ट्वीट कर बताया कि भारतीय रेलवे ने ट्रेनों में भोजन की ओवरचार्जिंग पर अंकुश लगाने लिए ‘नो बिल, नो पेमेंट’ नीति शुरू की है. इसके तहत स्टेशन या ट्रेन में सामान बेचने वाला कोई वेंडर आपको बिल नहीं देता है, तो खरीदा गया सामान पूरी तरह मुफ्त होगा.

बता दें कि आए दिन रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में वेंडरों की मनमानी की शिकायतें मिलती थीं. आमतौर पर वेंडर पानी की बोतलों की कीमत से ज्यादा पैसे वसूलते थे और खाद्य सामग्री को लेकर कई जगह कोई फिक्स कीमत नहीं होती थी. रेलवे द्वारा की नीति अपनाते हुए विक्रेताओं द्वारा ग्राहकों को बिल देना अनिवार्य किया गया है. ट्रेन अथवा रेलवे प्‍लेटफॉर्म पर यदि कोई विक्रेता आपको बिल देने से इंकार करता है तो आपको उसे पैसे देने की आवश्यकता नहीं है.

रेलवे से सफर करना अब महंगा होने वाल है. क्‍योंकि ट्रेन में चाय, नाश्‍ता और खाने के लिए ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे. रेलवे बोर्ड ने राजधानी, शताब्दी और दुरंतो में चाय, नाश्ता और भोजन महंगा करने का सर्कुलर जारी कर दिया है. नए रेट मेल, एक्‍सप्रेस और दूसरी ट्रेनों में भी लागू होंगे. नया रेट चार्ज 4 महीने बाद यानी फरवरी 2020 से लागू होगा.