पटना मे गंगा नदी खतरे के निशान के पार, सड़क पर आया पानी

खतरनाक हो चुकी गंगा का पानी मंगलवार को भद्र घाट की सीढ़ियों से चढ़ता हुआ सड़क को छू गया है. इधर, कंगन घाट और महावीर घाट की सीढ़ियां भी पानी में डूब गयी हैं.

लोगों का कहना है कि दो से तीन फुट पानी अगर और बढ़ा तो गंगा का पानी घरों के भीतर भी आ सकता है. पटना के लॉ कॉलेज घाट, कृष्णा घाट, रानी घाट, काली घाट और पटना कॉलेज घाट पर पानी तेजी से बढ़ रहा है.

जल संसाधन विभाग ने डगमारा में क्षतिग्रस्त मार्जिनल बांध को छोड़कर अन्य बांधों को ठीक होने का दावा किया है. गंगा नदी के जल स्तर में सभी जगह बढ़ोतरी का रुख है. कोसी नदी खगड़िया के बलतारा में 102 सेंमी ऊपर बह रही थी. उसमें भी बढ़ोतरी का रुख है.

अधवारा नदी दरभंगा जिले के एकमी घाट पर खतरे के निशान से 32 सेंमी ऊपर बह रही थी. बागमती नदी मुजफ्फरपुर जिले के बेनीबाद में खतरे के निशान से 32 सेमी ऊपर और दरभंगा जिले के हायाघाट में दो सेमी ऊपर बह रही थी.

राज्य में अलग-अलग हिस्सों में लगातार हो रही बारिश के कारण गंगा, कोसी, पुनपुन, अधवारा, बागमती और गंडक नदियों का जल स्तर मंगलवार को भी लाल निशान के पार दर्ज किया गया. पिछले 24 घंटे में राज्य में औसत बारिश 10 एमएम दर्ज की गयी. गंगा नदी का जल स्तर हाथीदह में खतरे के निशान को पार कर सकता है.

फतुहा के कटैया घाट पर गंगा और मनेर के घाट पर सोन का पानी भी बढ़ रहा है. पुनपुन नदी पुनपुन रेल पुल के पास खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. इस स्थान पर खतरे का निशान 51.20 मीटर है, जबकि यहां पर पुनपुन नदी मंगलवार की दोपहर 52.76 मीटर के जल स्तर के साथ बह रही थी.

गंगा नदी राजधानी पटना की चौखट तक पहुंच चुकी है. गांधी घाट पर गंगा खतरे के निशान (48.60 मीटर) से 34 सेमी ऊपर बह रही है. एक दिन पहले यहां गंगा का जल स्तर 48.32 मीटर था.

दीघा घाट पर गंगा खतरे के निशान के करीब पहुंच गयी है. गंगा के साथ ही जिले में पुनपुन समेत कई अन्य नदियों का जल स्तर भी खतरे के निशान को पार कर गया है.