गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर सामने आया ये बड़ा सच, योगी सरकार ने…

विकास दुबे के एनकाउंटर पर उत्तर प्रदेश STF ने सफाई देते हुए बोला कि ड्राइवर ने जानवरों को बचाने के लिए गाड़ी आकस्मित मोड़ी व वो पलट गई। फिर विकास दुबे ने भागने की प्रयास की व एनकाउंटर में मारा गया। विकास दुबे को 4 गोलियां लगीं।

गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर पर कांग्रेस पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने न्यायिक जाँच की मांग की है। प्रियंका गांधी ने बोला है कि क्रिमिनल का तो अंत हो गया लेकिन संरक्षण देने वालों का खुलासा कैसे होगा? जाँच उच्चतम न्यायालय के जज से करवानी चाहिए।

समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बोला कि ये एनकाउंटर योगी सरकार को बचाने के लिए किया गया है, गाड़ी पलटी नहीं पलटाई गई है। उन्होंने मध्य प्रदेश के गृह मंत्री से भी पूछताछ की मांग है।

बता दें कि विकास दुबे के गुर्गों को शरण देने के आरोप में चौबेपुर पुलिस ने 2 लोगों को हिरासत में लिया है। इन दोनों ने बिकरू काण्ड के क्रिमिनल शशीकांत व शिवम दुबे को शरण दी थी। मध्य प्रदेश के ग्वालियर से ओम प्रकाश पांडे व सागर ताल से अनिल पांडे को हिरासत में लिया गया है। दोनों के विरूद्ध रिपोर्ट दर्ज करने के बाद आज शनिवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।

कांग्रेस ने एनकांउटर की उच्चतम न्यायालय के सीटिंग जज से जाँच करवाने की मांग की है। वहीं समाजवादी पार्टी ने विकास दुबे की पिछले 5 वर्षों की मोबाइल CDR लिस्ट सार्वजनिक करने की मांग की।

वहीं विकास दुबे के पिता रामकुमार दुबे ने बोला कि विकास का एनकाउंटर अच्छा हुआ ऐसा ही होना चाहिए था। इस बीच योगी सरकार ने कानपुर एनकाउंटर की जाँच करने के लिए गोविंदनगर थाने के इंस्पेक्टर अनुराग मिश्रा को विवेचक बनाया है।

यूपी में कानपुर पुलिस हत्याकांड के मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के शुक्रवार को उत्तर प्रदेश एसटीएफ के साथ एनकाउंटर में मारे जाने के बाद विपक्षी पार्टियों ने यूपी की योगी सरकार को घेरना प्रारम्भ कर दिया है।