पाकिस्तान व चाइना की दोस्ती की हो रही …मिले सिंध प्रांत के…

सरकार में पंजाबी मुस्लिमों के बोलबाले से बलोच व सिंधी प्रारंभ से खुद को अनदेखा महसूस करते हैं। अब दोनों प्रांतों के राष्ट्रवादियों ने मिलकर पाकिस्तान से अलग होने की लड़ाई छेड़ने का फैसला ले लिया है।

मिली जानकारी के अनुसार मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (MQM) के निर्माणकर्ता अल्ताफ हुसैन ने बताया कि पाकिस्तान सेना सारे सिंध पर अतिक्रमण कर उसे सैन्य उपनिवेश बनाने का इरादा बना चुके है। वे सिंध रेंजर्स के उस बयान की दोषारोपण कर रहे थे, जिसमें बताया गया था कि राष्ट्रविरोधी तत्व छिपकर हमले कर रहे हैं। सिंध के DG रेंजर्स उमर अहमद बोखर के नाम खुले लेटर में अल्ताफ ने याद दिलाया कि सिंध के नागरिकों व MQM नेताओं पर पाकिस्तानी सेना किस तरह जुल्म ढा रही है।

जैसे कि 1992 में 19 जून की रात MQM के खिलाफ सैन्य ऑपरेशन जारी किया जा चुका है। इसी रात नरसंहार प्रारम्भ हुआ व MQM कार्यकर्ताओं को अमानवीय कष्ट पहुंचाने का काम किया। कइयों को तो कत्ल कर दिया है।

पाकिस्तान व चाइना की दोस्ती की कठिनाई बढ़ती ही जा रही है। चाइना व पाकिस्तान इकोनोमिक कॉरीडोर (CPEC) के चलते कठिनाई उठा रहे बलूचिस्तान की जनता ने अब अपने

मकसद के लिए सिंध प्रांत के राष्ट्रवादियों के साथ मिल गए है। हमारी मां-बहनों को भी तंग किया गया। क्या तब सैन्य ऑपरेशन से पहले यह किया गया था कि वे अमानवीय बर्ताव करने वाले हैं व बुनियादी मानव अधिकारों की भी धज्जियां उड़ा रहे है। अल्ताफ का यह लेटर रेंजर्स प्रवक्ता के बयान की रिएक्शन में आ चुका है।