इस राज्य में बजी खतरे बजी घंटी, मिला दक्षिण अफ्रीकी वैरिएंट का पहला मरीज

दक्षिण अफ्रीका के वैरिएंट का पता सबसे पहले अफ्रीका में दिसंबर में चला था. हालांकि, एक महीने पहले तक इस वैरिएंट से जुड़ा एक भी मामला भारत में नहीं आया था.

वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय ने बीते महीने ऐसे चार मामलों की पुष्टि की थी. होली फैमिली हॉस्पिटल में क्रिटिकल केयर के वाइस प्रेसिडेंट डॉक्टर सुमित रे बताते हैं ‘नए वैरिएंट्स का फैलना चिंताजनक है. कोई स्टडी यह नहीं बताती कि नए वैरिएंट्स ज्यादा घातक हैं, इनमें से कुछ ज्यादा संक्रामक हैं.’

डॉक्टर के अनुसार मरीज एसिम्प्टोमैटिक है. हालांकि, संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सावधानी के तौर पर व्यक्ति को आइसोलेशन में रखा गया है.

डॉक्टर ने बताया ‘हमने उसे आइसोलेट करने के लिए विशेष वार्ड बनाया है, ताकि कोविड-19 के यूके वैरिएंट या असल स्ट्रेन से जूझ रहे मरीज आपस में मिल न जाएं.’ दुनियाभर में SARS-CoV-2 के वैरिएंट्स फैल रहे हैं.

दिल्ली में दक्षिण अफ्रीका में पाए गए वैरिएंट का पहला मरीज मिला है. अखबार से बातचीत में लोकनायक अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉक्टर सुरेश कुमार ने बताया कि संक्रमित केरल से है.

उन्होंने कहा ‘वो 9 दिन पहले साउथ अफ्रीका से लौटने पर पॉजिटिव पाया गया था और उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया था.’ उन्होंने जानकारी दी ‘आज हमें रिपोर्ट्स मिली हैं, जो इस बात की पुष्टि करती हैं कि वो साउथ अफ्रीका के वैरिएंट से संक्रमित है.’

कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते मामलों के बीच राजधानी दिल्ली (Delhi) में नए खतरे ने दस्तक दी है. यहां एक 33 वर्षीय व्यक्ति में दक्षिण अफ्रीका में मिले स्ट्रेन की पुष्टि हुई है.

कोरोना वायरस के इस नए वैरिएंट का यह शहर का पहला मामला है. संक्रमित को लोक नायक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बताया जा रहा है कि पूरे देश में ऐसे कम से कम चार मामले मौजूद हैं. इसके अलावा भी भारत (India) में अन्य जगहों पर पाए गए स्ट्रेन मिल चुके हैं.