दिल्ली में मिला कोरोना का पहला मरीज, कहा शरीर में हो रहा ऐसा…

व्यक्ति ने कहा कि वह अपने परिवार को वीडियो-कॉल और नेटफ्लिक्स का इस्तेमाल कर सकता था. व्यक्ति ने कहा कि अस्पताल के बेहद मददगार हैं.

 

उन्होंने कहा “जब पहली बार में टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया तो, मैं डर गया. यह एक नई बीमारी है और मुझे लगा कि मैं मर सकता हूं.

लेकिन डॉक्टर सामने आए और उन्होंने समझाया कि मुझमें हल्के लक्षण हैं”. व्यक्ति ने कहा ”होली पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने उनके साथ फोन पर बातचीत की.”

स्वास्थ्य मंत्री ने मुझे फोन किया और मुझे होली की शुभकामना दी. उन्होंने पूछा कि मुझे कैसा लग रहा है, क्या मुझे कोई समस्या है, क्या मुझे अस्पताल में खाना पसंद है”.

चीन के साथ भारत की सीमा 3,488 किलोमीटर है इसके बावजूद भारत में अबतक 114 के आसपास मामले सामने आये हैं. जबकि दो लोगों के मरने की खबर है.

भारत की तुलना ब्रिटेन में 600 मामलों और 8 मौतें हुई हैं. भारत दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है जिसने अपने नागरिकों को 6 से ज्यादा बार विदेशों से निकाला है. एयर इंडिया और भारतीय वायु सेना ने वुहान से कुल 723 भारतीयों, 37 विदेशी नागरिकों को निकाला है.

भारत ने जापान से 119 भारतीयों और 5 विदेशी नागरिकों को निकाला. IAF ने 10 मार्च को ईरान से 58 भारतीय तीर्थयात्रियों को भी निकाला था.

यही नहीं भारत COVID-19 के खिलाफ लड़ाई में अपने पड़ोसियों की सहायता भी कर रहा है. ईरान, अफगानिस्तान और एशिया के देशों ने भारत से अनुरोध किया है कि वह उनकी परीक्षण सुविधाएं स्थापित करने में मदद करें।

भारत ने अब तक कोरोना वायरस (coronavirus) के 100 से ज्यादा पॉजिटिव मामले सामने आये हैं ऐसे में सरकार ने कोरोना से लड़ने के लिए जबर्दरस्त तैयारियां की हैं.

इस बीच एक अच्छी खबर आयी है. दिल्ली के पहले कोरोना पॉजिटिव मरीज को पूरी तरह से ठीक कर लिया गया है. एक रिपोर्ट के अनुसार कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति ने अस्पताल के अपने अनुभवों को सुनाया और अस्पताल और भारत सरकार के रवैये की तारीफ की.

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार व्यक्ति ने कहा कि “यह अविश्वसनीय था. सफदरजंग अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड वह नहीं था जो मैंने सरकारी अस्पताल के वार्ड होने की कल्पना की थी. यह किसी लग्जरी होटल से कम नहीं था और कर्मचारी दिन में दो बार सफाई करते थे.