उत्तराखंड : शीशमबाड़ा में लगी आग 69 घंटे बाद भी नहीं बुझ पाई, वातावरण में धुएं का असर…

उत्तराखंड में सेलाकुई के निकट शीशमबाड़ा ट्रंचिंग ग्राउंड में लगी आग चौथे दिन 69 घंटे बाद भी नहीं बुझ पाई है। प्लांट के टॉप में अब भी आग धू धूकर जल रही है। प्लांट के टॉप में लगी आग को बुझाने में दमकल विभाग की टीम को सफलता नहीं मिल रही है।

पिछले कुछ दिनों से लगातार जल रहे लाखों टन कचरे से दून और आसपास की आबोहवा खराब होने लगी है। वातावरण में धुएं का असर दिखने से चिंतित उत्तराखंड पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सेलाकुई और आसपास एयर क्वालिटी मानिटरिंग शुरू कर दी है, ताकि ये पता चल सके कि इस खतरनाक धुएं से वायु में कितना प्रदूषण फैला है।

शीशमबाड़ा में पिछले कुछ दिनों से नगर निगम के कचरे के ढेर में आ लगी हुई है। तमाम कोशिशों के बावजूद ये आग बुझ नहीं पा रही है। मंगलवार रात से इस कचरे का धुआं सेलाकुई से दून की ओर वातावरण में फैलने लगा है। ऐसे में इससे वायु में हानिकारक गैसों और पार्टिकल्स के आने की आशंका जताई जा रही है।

दून से ये इलाका काफी धुंधला भी दिखने लगा है। यानी धुआं वातावरण में पूरी तरह फैलने लगा है। विशेषज्ञों की माने तो जो कचरा जल रहा है उसके धुएं में कई तरह के खतरनाक रसायन वायु में मिलने की आशंका है। इसी के चलते हवा की गुणवत्ता की जांच की जा रही है। पीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी डा. आके चतुर्वेदी ने बताया कि बोर्ड के सदस्य सचिव एसपी सुबुद्धि के निर्देश पर मानिटरिंग की जा रही है।

एक दो दिन में इसकी रिपोर्ट आ जाएगी। उसके बाद ही प्रदूषण की तस्वीर साफ हो पाएगी। सदस्य सचिव एपी सुबुद्धि ने बताया कि लाखों टन कचरा इस तरह जलने से वातावरण पर काफी बुरा असर पड़ेगा।