दिहाड़ी मजदूरी करने वाले राजन की ऐसे बदली किस्मत, ऐसे मिले 12 करोड़ रुपये और फिर…

केरल राज्य के कन्नूर के रहने वाले पेरून्नन राजन मजदूरी का कार्य करते हैं। बीती 10 फरवरी को उनके साथ कुछ ऐसा हुआ, जिसने उनकी जिंदगी बदल दी। दिहाड़ी मजदूरी करने वाले राजन की 12 करोड़ की लॉटरी लग गई। कर कटने के बाद भी उनके खाते में लगभग 7 करोड़ रुपए आएंगे। राजन ने बताया कि उन्हें अब भी यह किसी सपने की तरह लगता है कि वह रातोंरात अमीर हो गए।

मलूर के थोलांबरा क्षेत्र में रहने वाले 58 साल के राजन दिहाड़ी मजदूरी करके अपने परिवार का पेट पालते हैं। परिवार की आर्थिक विपन्नता के बावजूद वह लॉटरी का टिकट खरीदना नहीं भूलते थे। उन्हें भरोसा था कि किसी दिन उनकी तकदीर अवश्य बदलेगी। लॉटरी लगने के बाद राजन ने कहा कि उन्होंने इतनी बड़ी सफलता के बारे में कभी नहीं सोचा था।

उन्होंने बताया कि कल जब लॉटरी के परिणाम घोषित किए गए तब उन्होंने उम्मीद नहीं की थी कि वह इसके विनर बनेंगे लेकिन जब उन्होंने अपने परिवार के साथ परिणाम देखे तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। राजन ने बताया कि लॉटरी टिकट बैंक में जमा करने से पहले उन्होंने रिजल्ट को कई बार क्रॉस-चेक किया था।

राजन ने कहा कि उन्होंने पहले थोलांबरा के को-ऑपरेटिव बैंक में सम्पर्क किया। वहां अफसरों ने उन्हें कन्नूर के जिला बैंक जाने के लिए कहा। इसके बाद वह अपनी पत्नी रजनी, बेटे रिगिल और बेटी अक्षरा के साथ बैंक पहुंचे और वहां टिकट सबमिट किया। लॉटरी में मिले पैसों के प्रयोग के बारे में पूछे जाने पर राजन ने बताया कि सबसे पहले तो उन पर कुछ देनदारियां हैं, जिन्हें उन्हें निपटाना है। इसके बाद वह आसपास के जरूतमंद लोगों के लिए कुछ करना चाहेंगे। राजन ने कहा कि वह पसीने की कीमत जानते हैं और ये भी जानते हैं कि रुपया कमाना आसान नहीं है। ऐसे में वह इस धनराशि को बेकार नहीं होने देना चाहते।