किसानों ने कृषि मंत्री को दिया न्यौता, कहा आगर ले इसका स्वाद…

मीटिंग के दौरान सरकार ने नए कृषि कानूनों पर किसानों की आपत्तियों पर विचार करने के लिए समिति बनाने का सुझाव दिया है, लेकिन प्रदर्शन कर रहे 35 किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने इसे खारिज कर दिया . तीन केंद्रीय नेताओं के साथ हई यह मैराथन मीटिंग बेनतीजा रही . सरकार ने अगले दौर की मीटिंग तीन दिसंबर को बुलाई है .

 

उनके इतना कहते ही वहां इर्द-गिर्द खड़े लोगों के चेहरे पर मुस्कान खिल गई . उन्होंने बोला कि किसान संगठनों के नेता विराम की अवधि का उपयोग सरकार के समिति बनाने के प्रस्ताव पर चर्चा के लिए करना चाहते हैं .

सरकार ने सितंबर में तीन नए कृषि कानून पारित किए थे, जिसके विरोध में बड़ी संख्या में किसान सड़कों पर हैं. दिल्ली की सीमाओं पर किसानों को रोके जाने के बाद उन्होंने वहीं डेरा जमाया है .

खाने-पीने के लिए वहां लंगर का बंदोवस्त भी है . जम्हूरी किसान सभा के कुलवंत सिंह संधू ने कहा, तोमर साहब ने हमें मीटिंग के बीच में चाय पीने का आग्रह किया था .

अब बदले में हम तोमर साहब को हमारे विरोध प्रदर्शन स्थल पर आकर चाय पीने का न्यौता दे रहे हैं . इतना ही नहीं लंगर पर उन्हें साथ में जलेबी और पकौड़ा भी खिलाया जाएगा .

किसान संगठनों के नेताओें ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को उनके धरनास्थल पर चल रहे लंगर में ‘जलेबी, चाय-पकौड़े’ का स्वाद लेने के लिए मंगलवार को आमंत्रित किया. किसानों का बोलना था कि मंत्री वहीं आकर उनके साथ वार्ता करें.

तीन नए कृषि कानूनों को लेकर जारी विरोध प्रदर्शन को लेकर सरकार के साथ हुई मैराथन मीटिंग के बीच विराम के दौरान मंत्री ने उन्हें चाय पीने का आग्रह किया था. इसके बाद किसान नेताओं ने उन्हें यह न्यौता दिया.