किसान नेता राकेश टिकैत ने किया ये बड़ा ऐलान, कहा – 40 लाख ट्रैक्टर से दिल्ली पहुंचेगा…

भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने आयोजित किसान पंचायत में कहा कि, दिल्ली में कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा. पूरे देश से किसान 40 लाख ट्रैक्टर से दिल्ली पहुंचेगा.

किसान ट्रैक्टर में तेल डाल कर तैयार रहे. कृषि कानून बनने से पहले उद्योगपतियों के गोदाम बन गए. इनको तोड़कर छप्पर में तब्दील किया जाएगा. देश को लूटने वालों को भागना पड़ेगा.

उन्होंने मंच से सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि, किसान अपनी खेती पर भी ध्यान रखें और दिल्ली के धरने पर भी ध्यान रखते रहें. क्योंकि इलाज करे बगैर ये किसान दिल्ली से नहीं आएगा. उन्होंने कहा कि, वर्ष 2002 में संसद के गेट पर किसानों ने ताले लगा दिए थे और अटल बिहारी वाजपेयी भी कितनी देर तक बंद रहे थे.

राकेश टिकैत ने ललकारते हुये कहा कि, दिल्ली सरकार फिर कान खोलकर सुन लें. ये किसान भी वो ही है और ट्रेक्टर भी वो ही है. दिल्ली की तरफ को जब भी कूच करना हो तो ध्यान रखना की आरपार की लड़ाई है. बीस साल में अगर इस आंदोलन में किसान हर गया तो बीस साल आपके पास में जमीनें नहीं बचेंगीं.

उन्होंने कहा कि, जमीनें सब बड़े बड़े गोदाम बन जाएंगी कि सारी चीनी एक एक गोदाम में चली जायेगी और देश मे भूख के आधार पर कीमत तय होगी कि, भूख कितनी लग रही है ओर दुकानदार भी खत्म हो जाएंगे.

उन्होंने कहा कि अभी चार दिन पहले हम सीकर में थे. टिकैत ने किसानों की एकजुटता की ताकत को लेकर एक किस्सा सुनाया. उन्होंने कहा कि, सर छोटूराम को हाथी पर जाना था, तो सीकर के राजा ने हाथी गायब करवा दिया.

इस बीच डेढ़ लाख से ज्यादा किसान कई औजारों से लैस था, एकजुट हो गये. वहीं, जयपुर के राजा ने कहा कि, रात में ही छोटूराम को हाथी दे दो, अगर हाथी नहीं मिलेगा तो तेरी रियासत को खत्म कर देंगे. इस पर रात में ही हाथी दिया गया उनकी सवारी निकली.

बागपत जनपद के बामनोली गांव में आयोजित होने वाली महापंचायत से पहले हवन यज्ञ में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत शामिल हुए.

भकियू नेता ने सर छोटूराम का हवाला देते हुए एक बयान दिया. यही नहीं, इस दौरान उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुये कहा कि, अगर कृषि कानून को वापस नहीं लिया गया तो, किसान 40 लाख ट्रैक्टर से दिल्ली पहुंचेगा.