किसान नेता राकेश टिकैत ने किया हिंसक प्रदर्शन की ओर इशारा, कहा दिल्ली कूच के लिए तैयार रहे…

देशभर में आगामी दिनों में होली का त्यौहार मनाया जाएगा, ऐसे में किसानों ने भी ये तय कर लिया है कि वे होली दिल्ली की दहलीज पर ही मनाएंगे. संयुक्त किसान मोर्चा ने ये आह्वान किया है कि 28 मार्च को होली दहन के दिन किसान विरोधी कानूनों को जलाया जाएगा.

वहीं, जाट महासभा के अध्यक्ष राजाराम मील ने बताया कि कहा, ‘‘किसान समझ गये हैं कि मोदी सरकार ने उनके साथ धोखा किया है और किसानों को कमजोर करने का प्रयास कर रही है.

सरकार कृषि क्षेत्र को उद्योगपतियों को सौंपने की योजना बना रही है और किसान इस चीज को अच्छी तरह समझ गये हैं. इसलिये कृषि कानूनों को लेकर देशव्यापी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं.’’

उन्होंने दावा किया कि इस मुद्दे को लेकर बीजेपी को राजस्थान में अगले माह तीन विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों सहित चुनावों में भारी नुकसान होगा.

किसान आंदोलन को मजबूत करने के मकसद से टिकैत देश के कई हिस्सों का दौरा कर रहे है. राजस्थान की राजधानी जयपुर में टिकैत की यह पहली सभा थी. अब तक टिकैत ने हनुमानगढ, गंगानगर और अन्य स्थानों पर कुछ सभाएं की हैं.

विद्याधर नगर स्टेडियम में आयोजित महापंचायत में बीकेयू नेता राकेश टिकैत ने कहा “कहने पर आपको दिल्ली जाना होगा और फिर से बैरिकेड्स को तोड़ना होगा.

देश के प्रधानमंत्री ने कहा है कि किसान कहीं भी फसल बेच सकते हैं. हम इसे राज्य को विधानसभाओं, कलेक्टरों के कार्यालयों और संसद में बेचकर साबित करेंगे. हमारी फसल बेचने के लिए संसद से बेहतर कोई मंडी नहीं हो सकती.”

कृषि कानून (Farm Laws) के खिलाफ दिल्ली (Delhi) की सीमाओं पर 110 दिन से अधिक समय से किसानों का प्रदर्शन जारी है. इस बीच भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने मंगलवार को जयपुर में एक किसान महापंचायत को संबोधित किया.

अपने संबोधन में टिकैत ने कृषि कानूनों को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा और किसानों को दिल्ली कूच के लिए तैयार रहने के लिए कहा. कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बढ़ाने के लिए उन्होंने किसानों के हिंसक प्रदर्शन की ओर भी इशारा किया.