कोरोना महामारी के बीच इस देश में आया भूकंप, घर से बाहर निकले लोग

इससे पहले पूर्वी नेपाल (Nepal) में भूकंप (Earthquake) के झटके महसूस किए गए थे. भूकंप की तीव्रता 4.7 मापी गई थी. देश के राष्ट्रीय भू विज्ञान केन्द्र ने 16 अप्रैल को यह जानकारी दी.

 

खबरों के अनुसार, भूकंप (Earthquake) काठमांडू से 120 किलोमीटर पूर्व में स्थित सिंधुपाल्चोक जिले में देर रात 12 बजकर 55 मिनट पर आया था. इस दौरान कई लोग अपने घर से बाहर निकल आए.

काठमांडू घाटी में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. गौरतलब है कि नेपाल में अभी तक का सबसे शक्तिशाली भूकंप अप्रैल 2015 में आया था, जिसमें करीब 9,000 लोगों की जान चली गई थी.

लॉकडाउन के दौरान दिल्ली में चार झटकेवहीं लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान 50 दिन में चार बार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली भूकंप (Earthquake) के झटकों से हिल चुकी है. हालांकि रिएक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता कम थी. बावजूद इसके दिल्ली के कुछ इलाकों में इसका खतरा अभी टला नहीं है.

जानकार बताते हैं कि अभी दिल्ली को भूकंप के झटके और झेलने होंगे. लिथोस्फीयर की प्लेट्स आपस में रगड़ खा रही हैं.

नेपाल (Nepal) स्थित भक्तपुर (Bhaktapur) जिले के अनंतलिंगेश्वर के आसपास गुरुवार सुबह 08:14 बजे 3.4 तीव्रता का भूकंप आया. लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किये.

भूकंप के बाद लोग अपने घरों के बाहर आ गए. भक्तपुर ने आए भूंकप की जानकारी राष्ट्रीय भूकंप केंद्र, नेपाल ने दी. हालांकि, अभी तक किसी तरह के जान माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है.

ठीक उसी के अगले दिन यानी 14 अप्रैल को भी कम तीव्रता वाला भूकंप आया था, जिसकी तीव्रता रिएक्टर स्केल पर 2.7 मापी गई थी. इससे पहले 10 मई को भी दिल्ली में मौसम बदलने के बाद भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए थे.

कोरोना के कहर और लॉकडाउन के दौरान दिल्ली में पहली बार भूकंप के झटके 13 अप्रैल को 3.5 की तीव्रता वाले आए थे. इसकी गहराई दिल्ली-एनसीआर में 8 किलोमीटर थी.