संपूर्ण भारत दर्शन का है सपना, जानें कहां से शुरू करें यात्रा और कितने रुपये हों जेब में

भारत एक अत्यंत समृद्ध और विविधता से भरा हुआ देश है, जिसमें विभिन्न भौगोलिक, सांस्कृतिक, और ऐतिहासिक स्थल हैं। भारत दर्शन के लिए यात्रा भौतिक और आध्यात्मिक अनुभव करा सकती है। हालांकि भारत में संपूर्ण दर्शन की योजना बनाना और उसे पूरा करना एक बड़ा कार्य हो सकता है, क्योंकि देश में कई राज्य और शहरों के बीच बहुत सारे पर्यटन स्थलों की विविधताएं मिल जाएंगी। भारत में अनेक प्राचीन और आधुनिक स्थल हैं। संपूर्ण भारत भ्रमण का सपना देखते हैं तो सबसे पहले भारत दर्शन की योजना बनाने से लेकर भ्रमण के दौरान होने वाले व्यय की जानकारी प्राप्त करनी होगी। यहां भारत भ्रमण की शुरुआत करने के लिए कुछ सुझाव दिए गए हैं।

स्थान का चयन

कश्मीर से कन्याकुमारी तक कई धार्मिक, प्राचीन, ऐतिहासिक, आधुनिक और प्राकृतिक तौर पर विभिन्नताओं वाले स्थल हैं। आपको यह तय करना है कि यात्रा की शुरुआत किस राज्य या क्षेत्र से करना चाहते हैं। जहां आप रहते हैं, उसके सबसे निकटतम शहरों या राज्यों के पर्यटन स्थलों की सैर पहले कर सकते हैं। इसमें वक्त कम लगेगा और खर्च भी कम आ सकता है।

यात्रा की योजना

किसी शहर या राज्य में कौन-कौन से स्थल हैं, जो दर्शनीय योग्य हैं, उनमें से किन स्थलों को आप अपने भारत भ्रमण में शामिल करना चाहते हैं और इन जगहों की सैर में कितना वक्त लग सकता है, या कितने दिन में किसी एक शहर या राज्य के पर्यटन स्थलों को घूमा जा सकता है, इसकी योजना बना लें।

परिवहन

भारत दर्शन के लिए परिवहन की जरूरत होती है। कहां की यात्रा कर रहे हैं, इसके आधार पर किस प्रकार के परिवहन का उपयोग करना है, ये तय कर लें। दूर की यात्रा बजट में करने के लिए ट्रेन से सफर कर सकते हैं। इसके अलावा साइट सीइंग के लिए स्थानीय परिवहन, बस या प्राइवेट टैक्सी ले सकते हैं। आसपास के शहरों को घूमने के लिए खुद की कार से शॉर्ट टूर प्लान कर सकते हैं।

बजट

घूमने में कितना खर्च आ सकता है, इससे जरूरी ये है कि आप भारत दर्शन के लिए कितना व्यय कर सकते हैं। यात्रा के लिए अपना एक बजट निर्धारित कर लें और उस बजट के अनुसार ही यात्रा की योजना बनाएं। जैसे आपके बजट के मुताबिक, प्राइवेट व्हीकल या स्थानीय परिवहन, ट्रेन या फ्लाइट क्या ले सकते हैं। बजट के मुताबिक, 3,4 व 5 स्टार होटल या होम स्टे व धर्मशाला बुक कर सकते हैं। बजट को सावधानीपूर्वक नियंत्रित करें। ट्रांसपोर्ट, आवास, और खानपान की खर्चे को ध्यानपूर्वक बजट के मुताबिक प्लान करें।