योगी सरकार का डबल प्रमोशन तोहफा,पहली बार ग्राम विकास अधिकारी बने ये…

ग्राम विकास विभाग में पहली बार दो माह के भीतर 224 एडीओ डबल प्रमोशन का तोहफा पाकर राजपत्रित अधिकारी (बीडीओ) बन गए हैं। पहली बार ग्राम विकास अधिकारी संवर्ग के कर्मी इतनी बड़ी तादात में बीडीओ बने हैं।

ग्राम विकास अधिकारी (समूह-ग) के पद से बीडीओ (राजपत्रित पद) तक पहुंचना 2006 से पहले एक सपना था। लम्बे संघर्ष के बाद वीडीओ संवर्ग को 32 फीसदी कोटा निर्धारित हुआ। लेकिन सरकारी पेंच और डीपीसी के लम्बे रास्ते में बहुत कम पंचायत सचिव ही साल – छह माह के लिए बीडीओ बन पाते थे। ग्राम विकास अधिकारी एसोसिएशन के प्रदेश महामंत्री दीपक चौधरी बताते हैं कि पहली बार सरकार ने दो माह में डबल प्रमोशन देकर बीडीओ बनने का सपना पूरा किया है। अभी 12 अक्टूबर को एडीओ (आईएसबी) से सरकार ने जेबीडीओ पर प्रमोशन किया। और सात दिसम्बर को सभी को बीडीओ बना दिया।

वीडीओ संवर्ग सेऋ बीडीओ बनने वाले अधिकतर कर्मी 1995 बैच के हैं। जानकार बताते हैं यह सभी 10वर्ष से अधिक समय तक बीडीओ पद पर सेवाएं दे सकेंगे। यही नहीं इनमें से बहुत से डीडीओ (जिला विकास अधिकारी) पद पर भी प्रमोट हो सकेंगे। नव प्रोन्नत 224 बीडीओ की सूची में लखनऊ के छह जेबीडीओ भी शामिल हैं।

इतनी बड़ी तादात में बीडीओ पद पर प्रमोशन के बाद अब एडीओ से लेकर जेबीडीओ तक सैकड़ो पद खाली हो चुके हैं। उम्मीद है कि इनको भरने के लिए जल्द ही बड़ी संख्या में ग्राम पंचायत अधिकारी प्रोन्नत होकर एडीओ(आईएसबी) बनेंगे। वहीं एडीओ (आईएसबी) प्रोन्नत होकर संयुक्त खंड विकास अधिकारी (जेबीडीओ) बनेंगे।

नव प्रोन्नत 223 बीडीओ का प्रोबेशन (परिवीक्षा) का समय दो वर्ष का होगा। नव प्रोन्नत बीडीओ जिलों में तैनाती से पहले 15 दिनों तक वरिष्ठ बीडीओ के मतहत आधार भूत प्रशिक्षण लेंगे। इसके बाद रिक्त पदों पर तैनाती होगी।