दिल्ली पुलिस ने उठाया बड़ा कदम, मुसलमानों को किया…

नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में हुई हिंसा में कुल 41 लोगों ने अपनी जान गवा दी। हालांकि पिछले तीन दिनों से स्थिति सामान्य हो गई है।

आपको बता दें कि दिल्ली पुलिस के इस आदेश को न मानने वालों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी. शाहीन बाग में ढाई महीने से लगातार धरने पर महिलाएं बैठी हैं .

दिल्ली हिंसा में अब तक 167 एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। आर्म्स एक्ट के तहत 36 केस दर्ज हुए हैं। अब तक 885 लोगों को गिरफ्तार और हिरासत में लिया गया है।

उपद्रवियों की पहचान के लिए सीसीटीवी के खराब क्वालिटी वाले विजुअल्स सौंपे गए हैं। 1000 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है।

नागरिकता कानून को हटाने की मांग कर रही हैं. वहीं दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनस्थल के आसपास सुरक्षा व्यवस्था तेज कर दी है. प्रदर्शनस्थल के पास धीरे-धीरे बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया जा रहा है.

गौरतलब है कि पुलिस सब पर कड़ी नजर रख रही है. इसके अलावा प्रदर्शन स्थल की ओर आने वाली सड़कों पर भी निगरानी पुलिस रख रही है. इसके साथ ही संयुक्त कमिश्नर डीसी श्रीवास्तव भी शाहीनबाग में मौजूद हैं.
उन्होंने कहा कि सुरक्षा के मद्देनजर यहां भारी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है. हमारा मकसद कानून व्यवस्था बनाए रखना और किसी भी तरह की अप्रत्याशित घटना को रोकना है. दरअसल पुलिस ने यह फैसला ऐतिहातन लिया है.

दिल्ली में हुई हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस पर लगातार सवाल खड़े हो रहे है, जिसके बाद नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग़ में चल रहे प्रदर्शन के बीच ही धारा 144 लागू कर दी गई है.

इसके बाद शाहीन बाग में दिल्ली पुलिस ने नोटिस जारी कर कहा है कि इस क्षेत्र में न इकट्ठे हों, न ही प्रदर्शन करें. बताया जा रहा है कि ये फैसला हिन्दू सेना के रास्ता खुलवाने की धमकी के बाद लिया गया है.