शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे मंत्रालयों के बंटवारे में इस वजह कर रहे देरी, चौकाने वाली सच्चाई खुलकर आई सामने

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की शपथ लिए दो हफ्ते से अधिक का समय हो चुका है. एक पखवाड़े से अधिक का समय गुजर जाने के बाद सीएम ठाकरे ने महाराष्ट्र विकास अघाड़ी के सात मंत्रियों के बीच 56 विभागों का बंटवारा किया है.

गृह और शहरी विकास विभाग शिवसेना ने अपने पास रखे हैं. महाराष्ट्र सरकार में सहयोगी एनसीपी को वित्त, हाउसिंग और ग्रामीण विकास विभाग दिए गए हैं. वहीं, एक अन्य सहयोगी दल कांग्रेस के खाते में राजस्व और लोक निर्माण विभाग आए हैं.

16 दिसंबर से महाराष्ट्र विधान सभा का शीतकालीन सत्र आरंभ हो रहा है. सूत्रों का कहना है कि शीतकालीन सत्र समाप्त हो जाने के बाद 22 या 23 दिसंबर को सीएम ठाकरे अपने मंत्रीमंडल का विस्तार कर सकते हैं. महाराष्ट्र में अधिकतम 43 मंत्रालय हो सकते हैं. क्योंकि यह संख्या (43) विधानसभा की कुल 288 सीटों के 15 फीसदी को पार कर जाती है.

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि सीएम ठाकरे जानबूझकर मंत्रालयों के बंटवारे में देरी कर रहे हैं. कहा जा रहा है कि उन्हें कर्नाटक की हालिया राजनीतिक उठा-पटक अच्छे से याद है. ऐसे में महाराष्ट्र की हाल कर्नाटक जैसा ने हो, इससे बचने के लिए मंत्रालयों के बंटवारे में किसी तरह की जल्दबाजी नहीं की जा रही है.

गौरतलब है कि शिवसेना के एकनाथ शिंदे शहरी विकास, पर्यटन, वन और पर्यावरण, जल आपूर्ति व स्वच्छता और संसदीय मामलों जैसे महत्वपूर्ण विभागों के साथ नए गृह मंत्री बने हैं. वहीं, शिवसेना के सुभाष देसाई उद्योग व खनन, कृषि, उच्च व तकनीकी शिक्षा, खेल व युवा कल्याण, परिवहन और रोजगार गारंटी मंत्रालय की कमान संभालेंगे.

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के छगन भुजबल को ग्रामीण विकास, जल संसाधन, सामाजिक न्याय, खाद्य और औषधि प्रशासन और अन्य जिम्मेदारियां दी गई हैं. वहीं, एनसीपी के जयंत पाटिल नए वित्त मंत्री, आवास, सार्वजनिक स्वास्थ्य, श्रम और अल्पसंख्यक विकास की जिम्मेदारियां संभालेंगे.

कांग्रेस के विजय उर्फ बालासाहेब थोराट राजस्व, ऊर्जा और गैर-पारंपरिक ऊर्जा, चिकित्सा शिक्षा, स्कूल शिक्षा, पशुपालन, डेयरी विकास और मत्स्य पालन को देखेंगे. वहीं, कांग्रेस के नितिन राउत सार्वजनिक उपक्रम, आदिवासी कल्याण, महिला व बाल विकास, कपड़ा, राहत व पुनर्वास और पिछड़े वर्गों के विभाग को संभालेंगे.