कोरोना की चपेट में आने से 52 साल के अपर सत्र न्यायाधीश की हुई मौत , नाक-मुंह से आने लगा था खून

आपको हम यह भी बता दें कि स्पेशल जज साहब का अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकॉल के अनुसार ही होने वाला है। वैसे छतरपुर में बढ़ते कोरोना के चलते प्रशासन भी अब सख्त हो गया है।

जी दरअसल कलेक्टर शीलेंद्र सिंह और एसपी सचिन शर्मा ने बीते बुधवार को शहर के छत्रसाल चौक पर चेकिंग अभियान चलाया और इस दौरान जो भी लोग बिना मास्क लगाए मिले उन्हे एक अनोखी सजा दी गई।

जी दरअसल उनके हाथ पर एक सील लगाई गई, जिसमे लिखा है कि कोरोना को लेकर लोगो को समझाइश दी जा रही है कि कोरोना बचाव के लिए मास्क लगाकर ही घरों से बाहर निकले।

उसके बाद आनन फानन में परिजन उन्हें जिला अस्पताल लेकर गए, लेकिन वहां के डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। कुछ अस्पताल सूत्रों का कहना है कि 2 अप्रैल को उनकी RTPCR रिपोर्ट नेगेटिव आई थी, लेकिन 5 अप्रैल को उन्होंने जब दोबारा जांच कराई तो वो पॉजिटिव आये। उसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें होम आइसोलेट कर दिया था।

जी दरअसल उनका SPO2 98% था, लेकिन बीते बुधवार को जब उन्हें अस्पताल लाया गया तो शरीर पर लाल चकत्ते थे। जो थम्बोसिस के लक्षण हैं। इस पर परिजनों ने बताया अचानक से उन्हे सांस लेने में तकलीफ हुई और नाक से खून निकलने लगा था। उसके बाद जब वह उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे तो डॉक्टरों ने उन्हे मृत घोषित कर दिया था।

मध्य प्रदेश के सतना में कोरोना स्ट्रेन हैरान कर रहा है। यहाँ कोरोना के कहर ने कोहराम मचाना शुरू कर दिया है। बीते बुधवार को शहर में 52 साल के अपर सत्र न्यायाधीश की कोरोना से मौत हो गई है।

जी दरअसल भरहुत नगर में रहने वाले जिला न्यायालय में पदस्थ NDPS के स्पेशल जज 5 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। ऐसे में उन्हें जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने होम कोरंटीन में रखा था। बीते 7 अप्रैल को दोपहर में अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई और देखते ही देखते उनकी नाक और मुंह से खून आने लगा।