कोर्ट का बड़ा आदेश, कहा 24 घंटे के अंदर दिल्ली से ये नेता होगा बाहर

तिहाड़ जेल से रिहा होने के कुछ घंटे बाद भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद शुक्रवार को जामा मस्जिद पहुंचे। चंद्रशेखर ने संविधान की प्रस्तावना पढ़ी।

 

उनके साथ समर्थक और स्थानीय लोग भी थे। उन्होंने संशोधित नागरिकता कानून को निरस्त करने की मांग करते हुए कहा कि देश को एकजुट रखने से ज्यादा महत्वपूर्ण कोई और चीज नहीं है।

शुक्रवार दोपहर को चंद्रशेखर दिल्ली की जामा मस्जिद पहुंचे और समर्थकों के साथ नागरिकता संशोधन एक्ट का विरोध किया। कोर्ट के आदेश के अनुसार, चंद्रशेखर आजाद को 24 घंटे के अंदर दिल्ली से बाहर जाना होगा।

जामा मस्जिद में भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद ने कहा कि शांतिपूर्ण विरोध हमारी ताकत है। सभी धर्मों के लोग जो हमारा समर्थन करते हैं, उन्हें बड़ी संख्या में हमारे साथ मिलकर यह साबित करना चाहिए कि ये विरोध अकेले मुसलमानों के नेतृत्व में नहीं हैं।

भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को चंद्रशेखर को पुरानी दिल्ली के दरियागंज में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था। आजाद के संगठन ने पुलिस की अनुमति के बगैर 20 दिसंबर को संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ जामा मस्जिद से जंतर मंतर तक मार्च का आयोजन किया था।

दिल्ली की एक अदालत ने बुधवार को भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को जमानत दी थी। जमानत मिलने के बाद गुरुवार की रात तिहाड़ जेल से रिहा किया गया।